ठंड का मौसम साइनस के मरीजों के लिए खतरनाक होता है। इस मौसम में सेहत संबंधी थोड़ी सी भी लापरवाही इन बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति की सेहत को और भी बिगाड़ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बीमारी से ग्रसित लोगों को ठंड का असर जल्दी होता है। अगर आप भी साइनस की समस्या से जूझ रहे हैं तो अपने खानपान में इन 5 फूड आइटम्स को बिल्कुल ना शामिल करें। इनका सेवन करना आपके लिए इस मौसम में काल बन सकता है।
चावल का एक दाना भी खतरनाक
सर्दी का मौसम शुरू होते ही साइनस के मरीजों को चावल से सौ गज की दूरी बना लेनी चाहिए। चावल की तासीर ठंडी होती है जिसकी वजह से साइनस के मरीजों को इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए। चावल खाने से एंफ्लेमेशन बढ़ता है। साथ ही गले में खराश और नाक में परेशानी और भी बढ़ जाती है। इसलिए रात में तो चावल बिल्कुल भी ना खाएं। अगर फिर भी आपका खाने का मन कर रहा है तो दोपहर में भले ही खा सकते हैं लेकिन वो भी रोजाना नहीं।
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टमाटर
सब्जी में अगर एक टमाटर डल जाए तो सब्जी का स्वाद दोगुना हो जाता है। लेकिन क्या आपको पता है साइनस से पीड़ित मरीज को ठंड में टमाटर के सेवन से परहेज करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि टमाटर का सेवन साइनस के मरीजों में नाक में सूजन का कारण भी बन जाता है। खासकर कच्चे टमाटर के सेवन से ये समस्या हो जाती है।
आंवले से भी रहें दूर
वैसे तो आंवला कई औषधीय गुणों से युक्त होता है। लेकिन साइनस के मरीजों को आंवला खाने से परहेज करना चाहिए। आंवला खाने से कई लोगों के गले में खराश और कंजेशन की समस्या हो जाती है। इसलिए आंवले का सेवन नहीं करना चाहिए।
दही भी ना खाएं
पेट के लिए दही बहुत फायदेमंद होता है लेकिन साइनस के मरीज सर्दी में इसका बिल्कुल सेवन ना करें। साइनस से पीड़ित मरीज अगर दही का सेवन करते हैं तो बॉडी में फ्लेम का उत्पादन करता है। जिससे कि कंजेशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसलिए दही के सेवन से बचें।
रेड मीट
रेड मीट से भी साइनस के मरीज को बचना चाहिए। रेड मीट में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है। इससे शरीर में म्यूकस की अधिकता हो जाती है। इसके साथ ही कंजेशन की समस्या भी बढ़ा देता है।