Coronavirus Live: यूपी में ब्लैक फंगस महामारी घोषित
21 May 2021, 7:08 AMकोरोना वायरस महामारी के बीच म्यूकोर्मिकोसिस या 'ब्लैक फंगस' के तेजी से मामले बढ़ते जा रहे है। जिसे सरकार ने राज्यों से महामारी घोषित करने को कहा है।
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कोरोना वायरस महामारी के बीच म्यूकोर्मिकोसिस या 'ब्लैक फंगस' के तेजी से मामले बढ़ते जा रहे है। जिसे सरकार ने राज्यों से महामारी घोषित करने को कहा है।
ब्लैक फंगस के बाद वाइट फंगस के मरीज भी सामने आए हैं, आइए जानते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं और कैसे इससे बचा जा सकता है।
कोरोना से संक्रमित मरीज के एयरोसोल 10 मीटर की दूरी तक फैल सकते हैं। जबकि ड्रॉपलेट्स 2 मीटर तक जाते हैं। सरकार ने कोरोना को लेकर नई एडवाइजरी की।
ब्लैक फंगस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच एम्स ने गाइडलाइन जारी की है। जिसमें आप ब्लैक फंगस की पहचान और इसका इलाज कर सकते हैं।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट का खास ख्याल रखें। इसके साथ ही आंवला का सेवन करना फायदेमंद होगा।
कई मरीजों को आंख में लालपन की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है। आंखों के इस इंफेक्शन से रिकवर होने के बाद भी निजात नहीं मिल पा रही हैं।
ब्लैक फंगस का खतरा खासतौर पर किडनी, कैंसर, लो इम्यूनिटी, डायबिटीज, आईसीयू, अधिक स्टेरॉयड लेने वाले मरीजों तो अधिक खतरा है। ब्लैक फंगस की समस्या से निजात पाने के लिए समय पर इलाज के साथ योग और प्राणायाम काफी कारगर हो सकता है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते इन दिनों अस्पतालों का बहुत बुरा हाल है। जहां पर दवाइयों से लेकर बेड्स और ऑक्सीजन की भारी कमी के चलते हजारों मरीजों की जान जोखिम में हैं।
कोरोना महामारी के बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल (ICMR) कोविड -19 घरेलू परीक्षण के लिए एक सलाह जारी की। जहां कोई व्यक्ति बिना किसी डॉक्टर की मौजूदगी के खुद का परीक्षण कर सकता। यह एक होम रैपिड एंटीजन टेस्टिंग(RAT) किट है।
30 अप्रैल को यह 14.1 प्रतिशत था और अब यह सिर्फ 2.45 फीसद रह गया है। बुधवार को प्रदेश में चार जिलों में 10 से कम कोरोना रोगी मिले।
एम्स में म्यूकोर्मिकोसिस संक्रमण के इलाज की भी सुविधा है। रायपुर, जोधपुर, पटना, ऋषिकेश, भुवनेश्वर और भोपाल एम्स में इस दुर्भल संक्रमण के मरीजों का इलाज हो रहा है।
आयुष विभाग ने भी कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। आयुष विभाग अपने सभी अस्पतालों में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर एक हेल्प डेस्क बनाने जा रहा है। साथ ही आयुष कवच एप पर बच्चों की सेहत से जुड़ा एक नया फीचर भी जोड़ने जा रहा है।
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