हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बीच तोशाम सीट पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इस सीट का राजनीतिक महत्व काफी ज्यादा है। इसके साथ ही इस बार यहां भाई-बहन के बीच मुकाबला है। इस वजह से भी यह सीट चर्चा में बनी हुई है। तोशाम सीट पर भाजपा की प्रत्याशी श्रुति चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध चौधरी को 14257 वोटों के अंतर से हरा दिया है। श्रुति चौधरी को 76414 वोट मिले, जबकि अनिरुद्ध चौधरी को 62157 वोट ही मिल सके।
मुकाबला किसके बीच?
तोशाम विधानसभा सीट में कुल 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी ने किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने उनके चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दिया है। बसपा ने औम सिंह और आम आदमी पार्टी ने दलजीत सिंह को मैदान में उतारा है। जेजेपी से राजेश भारद्वाज और बहुजन मुक्ति पार्टी से प्रदीप मैदान में हैं। पीपल्स पार्टी से बाबा बलवान नाथ, राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी से विजेंद्र सिंह और राष्ट्रीय जनहित विकास पार्टी से सुभाष चंद्र को टिकट मिला है। इसके अलावा छह निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं। हालांकि, असली मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है।
तोशाम में किसका दावा मजबूत?
तोशाम विधानसभा की सीट हरियाणा के भिवानी जिले में स्थित है। यह विधानसभा क्षेत्र पूरे तोशाम तहसील और भिवानी तहसील को कवर करता है। यह भिवानी-महेंदगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। यहां की दिग्गज नेता किरण चौधरी लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गईं और पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बना दिया। किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को बीजेपी ने टिकट दे दिया। चुनाव मैदान में श्रुति सामने उनके ताऊ के बेटे अनिरुद्ध चौधरी हैं। बीजेपी की श्रुति चौधरी और कांग्रेस के अनिरुद्ध सिंह, दोनों ही बंशीलाल के खानदान से हैं और दोनों पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। इन्हीं, दोनों के बीच असली मुकाबला है। वहीं इस सीट पर बीजेपी के बागी शशिरंजन परमार भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। ऐसे में अगर शशिरंजन बीजेपी के वोट काटते हैं तो कांग्रेस का पलड़ा भारी हो सकता है।
सीट का चुनावी इतिहास
तोशाम विधानसभा सीट से बंसीलाल छह बार जीते और चार बार मुख्यमंत्री बने। 1967 में वे पहली बार विधायक बने थे। 2019 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस उम्मीदवार किरण चौधरी ने जीत दर्ज की थी। उन्हें कुल 72,699 वोट मिले थे। वहीं, बीजेपी के शशि रंजन परमार दूसरे स्थान पर रहे थे और उन्हें कुल 54,640 वोट मिले थे। जेजेपी उम्मीदवार सीता राम को कुल 7,522 वोट मिले थे। 2014 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार किरण चौधरी ने जीत दर्ज की थी। उन्हें कुल 58,218 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर इनेलो की कमला रानी रही थीं। उन्हें कुल 38,477 वोट मिले थे। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार राजबीर सिंह लाला को 38,427 वोट मिले थे।