पानीपत: हरियाणा के पानीपत में एक केमिकल फैक्ट्री के सेप्टिक टैंक में तीन कर्मचारियों के शव मिले हैं, जिसके बाद उनके परिवार के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और आरोप लगाया कि उनकी हत्या की गई है। इनमें दो ट्रैक्टर चालक और एक मेटेनेंस कर्मी था। हत्या का आरोप फैक्टरी मालिक समेत तीन पार्टनरों पर लगे हैं। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
परिजनों का आरोप- क्षतिग्रस्त पाए गए सीसीटीवी कैमरे
उन्होंने बताया कि मृतकों की उम्र 30 से 40 साल के बीच है और वे रविवार को जलालपुर में स्थित फैक्टरी में मृत पाए गए। दमकल कर्मियों ने शवों को टैंक से बाहर निकाला और पुलिस को सौंप दिया। तीन में से दो ट्रैक्टर चालक के रूप में काम करते थे जो टैंकों से रसायन युक्त जल निकालते थे। मृतकों के परिवार के सदस्यों ने रविवार को फैक्ट्री के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि तीनों की हत्या की गई है और बाद में उनके शवों को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि फैक्टरी में सीसीटीवी कैमरे क्षतिग्रस्त पाए गए।
यहां सनोली थाने के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने कहा, "मृतकों के परिवारों द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर, हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।"
पानीपत गैंगरेप और हत्या मामले के 2 आरोपियों ने जहर खाया, एक की मौत
वहीं पानीपत से आज एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां तीन महिलाओं से गैंगरेप और एक अन्य महिला की हत्या के आरोपी 6 लोगों में से दो ने जहर खा लिया। पुलिस ने पहले कहा था कि यहां एक गांव के फार्महाउस में 20 सितंबर को सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी। पुलिस के अनुसार मामले में शिकायतकर्ता ने कहा था कि देर रात चार नकाबपोश व्यक्ति हथियार लेकर जबरन घर में घुसे, तीन महिला मजदूरों के परिवार के सदस्यों को रस्सियों से बांध दिया और नकदी व आभूषण भी लूट लिए और फिर महिलाओं से बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि संदेह है कि जिस स्थान पर सामूहिक बलात्कार किया गया था, उससे लगभग एक किलोमीटर दूर उसी रात एक महिला की हत्या में भी यही गिरोह शामिल था।
खेतों के पास पड़ा मिला शव
पानीपत पुलिस के निरीक्षक अंकित नंदल ने सोमवार को बताया कि रविवार को उत्तर प्रदेश के बड़ौत में एक आरोपी ज्योति की जहर खाकर मौत हो गई और उसका शव खेतों के पास पड़ा मिला। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले शनिवार को एक अन्य आरोपी राजीव उर्फ राजू ने भी जहर खा लिया था। नंदल ने कहा कि फिलहाल उसका मेरठ के एक अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। बीस सितंबर को हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामलों की जांच के लिए पुलिस उपाधीक्षक (पानीपत) कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया गया था। नंदल ने कहा कि चार लोगों- ज्योति, राजीव, जय भगवान और नरेंद्र की पहचान मुख्य आरोपी के रूप में की गई जबकि दो उनके सहयोगी थे। फार्महाउस घटना के लिए आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
(इनपुट- भाषा)
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