1990 बैच के IPS शत्रुजीत सिंह कपूर हरियाणा के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) बन गए हैं। उन्होंने पीके अग्रवाल की जगह ली है जो 15 अगस्त को रिटायर हो गए हैं। डीजीपी के चयन को लेकर यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की बैठक 10 अगस्त को दिल्ली में हुई थी। इस बैठक में हरियाणा के 3 सीनियर IPS अफसरों के नाम पर यूपीएससी ने अपनी मुहर लगाई थी। पैनल में आईपीएस शत्रुजीत कपूर, मोहम्मद अकील और आरसी मिश्रा का नाम शामिल किया गया था। इनमें से राज्य सरकार शत्रुजीत कपूर का चयन किया। इस बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल और DGP पीके अग्रवाल भी उपस्थित थे।
DGP की रेस में सबसे आगे थे कपूर
अगले DGP की रेस में शत्रुजीत कपूर का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कपूर को चुनने के इच्छुक थे, जो राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक रहे हैं। पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित हरियाणा पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचकर नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने आज अपना कार्यभार संभाला।
खट्टर की पहली पसंद क्यों है शत्रुजीत कपूर?
1990 बैच के आईपीएस शत्रुजीत कपूर 31 अक्टूबर 2026 को रिटायर होंगे। ईमानदार और सख्त छवि होने के साथ साथ वह सीएम खट्टर के विश्वसनीय हैं। साथ ही प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज से भी उनका बेहतर सामंजस्य है। हरियाणा के जींद से ताल्लुक रखने वाले शत्रुजीत कपूर ने बिजली वितरण निगम के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के तौर काफी अच्छा काम किया था। इसके बाद ही सरकार ने उन्हें स्टेट विजिलेंस ब्यूरो (अब एंटी करप्शन ब्यूरो) का डीजी बनाकर नई जिम्मेदारी दी थी।
सूत्रों के अनुसार शत्रुजीत कपूर पुलिस सेवा के अलावा सीआईडी के प्रमुख भी रह चुके हैं। इतना ही नहीं वे परिवहन विभाग में भी काम कर चुके हैं। तब उन्होंने बिजली निगमों के बाद परिवहन निगम को घाटे से उबारने की कोशिश की थी। उन्होंने अपने काम से अलग लकीर खींची है। ऐसे में वे सीएम की पहली पसंद हैं।
(Report- Umang Sheoran)
यह भी पढ़ें-