रेवाड़ी: आपने राजस्थान के कोटा में छात्रों के आत्महत्या के मामले सुने होंगे। वहां छात्र कोचिंग संस्थानों के बढ़ते दवाब के साथ-साथ अन्य कई वजहों से अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेते हैं। इसी बीच हरियाणा के रेवाड़ी में उस वक्त हडकंप मच गया था जब एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी। अब इस ममाले में पुलिस ने छात्र का सुसाइड नोट बरामद कर लिया है। इस नोट में छात्र ने लिखा है कि उसे "स्कूल द्वारा परेशान किया जा रहा था" और "माहौल अच्छा नहीं था"।
पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन अब सुसाइड नोट बरामद होने के बाद उसने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, 16 वर्षीय छात्र ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, "यहां का माहौल अच्छा नहीं है और मुझे परेशान किया जाता है। शिक्षक पढ़ाते नहीं हैं और सभी अवैध रूप से पैसा कमाने की कोशिश में लगे रहते हैं। हर किसी के लिए अफसर बनना संभव नहीं है। मैंने सभी से कहा कि मुझे स्कूल से बाहर करें, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मेरे दोस्तों ने भी मुझे धोखा दिया। मैं बहुत तंग आ चुका हूं और इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकता।"
छात्र ने तीसरी मंजिल से कूदकर की थी आत्महत्या
पुलिस ने बताया कि 11वीं कक्षा के छात्र ने शुक्रवार तड़के इमारत की तीसरी मंजिल पर अपने छात्रावास के कमरे की बालकनी से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। उसने बताया कि यह घटना गोथरा-पाली गांव के स्कूल परिसर में बने छात्रावास में हुई। छात्र ने एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने स्कूल के अधिकारियों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि यहां खोल पुलिस थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि जान गंवाने वाला छात्र पांच अन्य छात्रों के साथ छात्रावास में रहता था।
हमने सीसीटीवी फुटेज निकाला है और उसकी जांच कर रहे- पुलिस
रेवाड़ी के पुलिस उपाधीक्षक (सिटी) पवन कुमार ने कहा, ‘‘हमने सीसीटीवी फुटेज निकाला है और उसकी जांच कर रहे हैं। मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।" स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि मामले की जांच के लिये तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। उन्होंने कहा, "यह समिति अपने स्तर पर पता लगाएगी कि छात्र की आत्महत्या के लिए कौन जिम्मेदार है। समिति पुलिस जांच से अलग काम करेगी। जांच के बाद ही हम इस मामले में कुछ बता पाएंगे।" पुलिस ने बताया कि पीड़ित छात्र पिछले छह साल से स्कूल में पढ़ रहा था और छात्रावास में रहता था।