करनाल: केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के करनाल में मंगलवार को कहा कि भारत 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब होगा। लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की जा रही इथेनॉल परियोजना सहकारी चीनी मिलों की आय कैसे बढ़ाएगी।' शाह ने हरियाणा सहकारी निर्यात हाउस (HAFED) में आयोजित एक कार्यक्रम में हरियाणा सहकारी विभाग की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद यह घोषणा की।
'इथेनॉल प्रोजेक्ट से चीनी मिलों की आय बढ़ेगी'
शाह ने जिन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया, उनमें सहकारी चीनी मिलों में संयंत्र स्थापित करने के लिए 150 करोड़ रुपये की इथेनॉल परियोजना भी शामिल है, जिसका उद्देश्य रोजाना 9,000 लीटर इथेनॉल का उत्पादन करना है। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की जा रही इथेनॉल परियोजना सहकारी चीनी मिलों की आय बढ़ाएगी।' केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इथेनॉल न सिर्फ हमारे देश में पेट्रोलियम उत्पादों के आयात को कम करने में मदद करता है, बल्कि बायोफ्यूल्स से पर्यावरण की रक्षा भी होती है।
'2014 में इथेनॉल ब्लेंडिंग एक फीसदी से भी कम थी'
कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, '2014 में नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के समय पेट्रोल और डीजल में इथेनॉल का मिश्रण एक प्रतिशत से भी कम था। आज, हम 10 प्रतिशत को पार कर चुके हैं। 2025 तक, नरेंद्र मोदी सरकार पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम होगी।' उन्होंने आगे कहा कि कृषि उत्पाद बाजार समिति (APMC) के बेकार हो चुके अनाज का भी इथेनॉल की मदद से इस्तेमाल किया जाएगा और इससे 'हमारे देश के आयात बिल में भारी कमी आएगी।'
'सरकार इथेनॉल उत्पादन की समीक्षा कर रही'
बता दें कि देश में बेचे जाने वाले सभी पेट्रोल में 2025 तक 20 प्रतिशत इथेनॉल की उपलब्धता का लक्ष्य रखा गया है। पिछले साल अक्टूबर में पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा 20 फीसद इथेनॉल को पेट्रोल में मिलाने की समय सीमा को 5 साल कम करके 2025 किया गया था। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने तब कहा था कि 450 करोड़ लीटर इथेनॉल का उत्पादन हो रहा है और 400 करोड़ लीटर के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं। उन्होंने कहा था कि सरकार लगातार इथेनॉल उत्पादन की समीक्षा कर रही है।
जानें, इथेनॉल ब्लेंडिंग के क्या हैं फायदे
इथेनॉल प्रमुख बायोफ्यूल्स में से एक है, जो प्राकृतिक रूप से यीस्ट द्वारा चीनी के फरमेंटेशन या एथिलीन हाइड्रेशन जैसी पेट्रोकेमिकल प्रक्रियाओं के माध्यम से बनता है। इथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम (EBP) का उद्देश्य कच्चे तेल के आयात पर देश की निर्भरता को कम करना, कार्बन उत्सर्जन में कटौती करना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। भारत में पेट्रोल में इथेनॉल सम्मिश्रण 2013-14 में 1.53 प्रतिशत से बढ़कर 2019-20 में 5 प्रतिशत, 2020-21 में 8.10 प्रतिशत और अब 10.17 प्रतिशत हो गया है। (ANI)
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