रोहतक: संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में गिरफ्तार नीलम के समर्थन में अब किसान संगठन उतर आए हैं। हरियाणा के जींद की रहने वाली नीलम को संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किया गया था। खबर है कि नीलम के समर्थन में आज किसान संगठन प्रदर्शन करेंगे। किसानों का कहना है कि अगर नीलम को जल्दी से जल्दी रिहा नहीं किया गया तो जींद की ऐतिहासिक धरती से एक बड़ा फैसला लेंगे। बताया जा रहा है कि जींद के उचाना में 11:00 बजे के आसपास किसान इक्ट्ठा होंगे।
किसान नेता ने नीलम को ठहराया सही
इसको लेकर किसान नेता आजाद पालव का कहना है कि नीलम बेटी ने जो किया, सही किया है, क्योंकि लगातार देश के अंदर बेरोजगारी बढ़ रही है। बता दें कि संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ UAPA की धाराओं और IPC सेक्शन 120B, 452 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल चारों आरोपियों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि, किसी विरोध प्रदर्शन या रैली सहित पिछली गतिविधियों में उनकी भागीदारी और कल की घटना से पहले क्या वे संसद गए थे, सहित अलग-अलग बिंदुओं की जांच करेगी। जांच उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों और इतिहास की जांच पर भी केंद्रित होगी।
डेढ़ साल पहले से बना रहे थे प्लान
इस मामले में ये भी जानकारी सामने आई कि तकरीबन डेढ़ साल पहले सभी आरोपी मैसूर में मिले थे। कुछ महीने पहले फिर एक बार मिले और फिर प्लान बनाया गया। जुलाई में सागर लखनऊ से आया, लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा पाया था। 10 दिसंबर को एक-एक कर सभी अपने अपने राज्य से दिल्ली पहुंचे। सभी लोग 10 दिसंबर की रात गुरुग्राम में विक्की के घर पहुंचे थे। देर रात ललित झा भी गुरुग्राम पहुंच गया था। अमोल महाराष्ट्र से कलर वाला पटाखा लेकर आया था। सभी लोग इंडिया गेट पर मिले जहां सभी को कलर वाला पटाखा बांटा गया। इसके बाद 12 बजे दोनों आरोपी संसद भवन के अंदर दाखिल हुए। ललित हंगामे के दौरान बाहर से वीडियो बना रहा था। जैसे ही हंगामा हुआ तो ललित सभी का मोबाइल लेकर भाग गया। इनकी मुलाकात सोशल मीडिया पर हुई थी फिर आपस में बात करने के लिए सिग्नल एप का इस्तेमाल करने लगे।
संसद के भीतर और बाहर क्या हुआ था?
गौरतलब है कि संसद पर 2001 को हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग-सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए, उन्होंने नारेबाजी की और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। इस बीच कुछ सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया। लगभग उसी वक्त दो अन्य आरोपियों - अमोल शिंदे और नीलम देवी ने संसद परिसर के बाहर ‘केन’ से रंगीन धुआं छोड़ा और ‘‘तानाशाही नहीं चलेगी’’ के नारे लगाए। पुलिस ने कहा कि इस घटना की योजना 6 लोगों ने मिल कर बनाई थी और ये चारों लोग उसी समूह का हिस्सा हैं।
(रिपोर्ट- सुनील कुमार)
ये भी पढ़ें-
पश्चिम बंगाल में मजदूरों पर गिरी ईंट भट्टे की चिमनी, 3 की मौत, 30 से ज्यादा घायल
हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने की सीएम योगी की जमकर तारीफ, राजनीति में आने पर कही ये बात