हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख 1 अक्टूबर से बढ़ाकर 5 अक्टूबर कर दी गई है। चुनाव परिणाम अब 8 अक्टूबर को आएंगे। चुनाव आयोग के इस फैसले पर कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है।
सिर्फ 2 राज्यों में कराए जा रहे चुनाव
कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा, 'मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि वे (पीएम मोदी) एक राष्ट्र एक चुनाव की बात करते हैं। हालांकि, वे 4 राज्यों में एक साथ चुनाव कराने में असमर्थ हैं। महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और झारखंड में एक साथ चुनाव होने चाहिए थे। लेकिन सिर्फ 2 राज्यों में तारीखों की घोषणा की गई है। तारीखें भी बदल दी गई हैं।'
कहते कुछ हैं और करते कुछ
इसके साथ ही सांसद ने कहा, 'जब वे 4 राज्यों में चुनाव नहीं करा सकते, तो वे एक राष्ट्र एक चुनाव के बारे में क्या बोल रहे हैं? वे कहते कुछ हैं लेकिन करते कुछ और हैं।'
हरियाणा में क्यों बदली गई तारीख?
हरियाणा में वोटिंग की तारीख को बदले जाने पर चुनाव आयोग ने कहा कि यह निर्णय बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और सांस्कृतिक परंपराओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है। बिश्नोई समाज अपने गुरु जम्भेश्वर की स्मृति में आसोज अमावस्या सदियों से मनाता आ रहा है। ये अमावस्या 2 अक्टूबर को पड़ रही है। इसके चलते चुनाव की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है।
इन जिलों के लोग न डाल पाते वोट
इस साल आसोज अमावस्या का त्यौहार 2 अक्टूबर को है। हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार इस दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे उन्हें 1 अक्टूबर को वोट डालने का मौका नहीं मिल पाता।