नूंह हिंसा: 31 जुलाई के नूंह हिंसा मामले की जांच का सामना कर रहे कांग्रेस विधायक मामन खान गुरूवार को पुलिस के सामने पेश नहीं हुए। नूंह हिंसा मामले में हरियाणा पुलिस की विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक ने पुलिस के पास एक मेडिकल रिपोर्ट भेजी, जिसमें कहा गया है कि वह वायरल बुखार से पीड़ित हैं। इसलिए वह पुलिस के सामने पेश नहीं हो सकेंगे।
जांच में शामिल होने के लिए भेजा गया था नोटिस
बता दें कि पुलिस ने फिरोजपुर झिरका विधायक को नूंह हिंसा की जांच में शामिल होने के लिए बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे नगीना थाने पहुंचने के लिए कहा था। एसआईटी प्रमुख और फिरोजपुर झिरका के पुलिस उपाधीक्षक सतीश वत्स ने बताया कि खान जांच में शामिल नहीं हुए और उनसे संपर्क भी नहीं हो सका। वत्स ने कहा, ‘‘हम उन्हें दोबारा नोटिस भेजेंगे और जांच में शामिल होने के लिए बुलाएंगे।’’ गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की शोभायात्रा पर 31 जुलाई को भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद नूंह और उसके आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं, जिनमें दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई थी।
हरियाणा के गृह मंत्री ने लगाया था आरोप
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को कहा था कि 31 जुलाई की घटना से पहले खान को ‘‘28, 29 और 30 जुलाई को’’ उन इलाकों में देखा गया था जहां हिंसा हुई थी। विज ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह (खान) इन स्थानों पर लोगों के साथ संपर्क में रहे हैं। हम विभिन्न कोणों से निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। हम मास्टरमाइंड को लोगों के सामने लाएंगे।’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य सरकार पर अपनी विफलताओं को दूसरों पर थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया और हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है।