हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान होने के साथ ही नेताओं ने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोकना शुरू कर दिया है। अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार अनिल विज ने कहा कि अगर पार्टी ने चाहा तो अगली मुलाकात मुख्यमंत्री आवास पर होगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी याद दिलाया कि वह सबसे वरिष्ठ नेता हैं। हालांकि, मौजूदा सीएम नायब सिंह सैनी को पहले ही बीजेपी मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में आगे रख चुकी है। ऐसे में अनिल विज का बयान पार्टी के लिए मुसीबत बन सकता है।
विज ने कहा, "सरकार भाजपा की बनेगी और मुख्यमंत्री वो बनेगा जिसे पार्टी चाहेगी। अगर पार्टी मुझे चाहेगी तो अगली मुलाकात आपसे मुख्यमंत्री आवास पर होगी। मैं सबसे वरिष्ठ नेता हूं।"
विधानसभा चुनाव के दौरान जमकर हुई कलह
हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों में जमकर अंदरूनी कलह हुई। कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भुपिंदर हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच मतभेद खुलकर सामने आए। राहुल गांधी इन्हें ठीक करने पहुंचे और दोनों नेताओं को साथ रखा, लेकिन मन-मुटाव जारी रहा। इसके अलावा दोनों दलों के कई नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर पाला बदल लिया। कई नेताओं ने तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही ऐसे कई बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
आठ अक्टूबर को आएंगे नतीजे
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर मतदान जारी है। आठ अक्टूबर को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का दावा कर रही है। वहीं, कांग्रेस सत्ता में अपनी वापसी तय मानकर चल रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि मतदान खत्म होने तक कांग्रेस का गुब्बारा फूट जाएगा। वहीं, कांग्रेस का दावा है कि पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। हालांकि, इस बार हरियाणा में क्षेत्रीय दलों की भीमिका अहम रहने वाली है।