नूंहः हरियाणा के नूंह में अवैध खनन मामले की जांच करने पहुंचे एक पुलिस दल पर भीड़ ने कथित तौर पर हमला कर उनके कब्जे से एक ‘जेसीबी’ मशीन को मुक्त करा लिया। पुलिस ने गांव के सरपंच और 15-16 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि उपनिरीक्षक करण सिंह की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी।
सरपंच के साथ भीड़ ने किया हंगामा
शिकायत में आरोप लगाया कि जब पुलिस दल एक ‘जेसीबी’ मशीन जब्त कर उसे ला रहा था तभी सरपंच सलीम सहित 10-15 लोगों ने हंगामा किया और मशीन को उनके कब्जे से मुक्त करा लिया। शिकायत के मुताबिक, गांव के सरपंच सहित सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं। थाना प्रभारी (एचएचओ) अरविंद कुमार ने बताया कि आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लुहिंगा कलां गांव में मारा था छापा
पुलिस ने बताया कि हरियाणा प्रवर्तन ब्यूरो, नूंह में तैनात उपनिरीक्षक ने सोमवार देर शाम अवैध खनन की सूचना मिलने के बाद अपनी टीम के साथ लुहिंगा कलां गांव में छापा मारा था।
सात करोड़ रूपये की ठगी
वहीं, हरियाणा के सोनीपत जिले में एक फर्जी कंपनी करीब दो हजार लोगों से लगभग सात करोड़ रुपए लेकर फरार हो गई। पुलिस ने बताया कि करीब 1600 लोगों को बिजली बिल कम आने और सब्सिडी देने का झांसा देकर कथित ‘विद्युत मित्र’ कार्ड बेचे गए। उन्होंने बताया कि 335 लोगों से ई-स्कूटी के नाम पर निवेश कराया गया, जबकि सोनीपत जिले में एजेंसी देने का लालच देकर कई करोड़ रुपये की ठगी की गयी। उन्होंने बताया कि सात करोड़ रुपए लेने के बाद कंपनी से जुड़ा व्यक्ति अचानक गायब हो गया। इसके बाद लोगों की शिकायत पर पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।