नई दिल्लीः हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि अगर हमारे पास विधायकों की संख्या अधिक होती तो हम महिला पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजते। उन्होंने कहा कि हमारे पास नंबर नहीं है। सिर्फ 28 विधायकों ने हमारा उम्मीदवार राज्यसभा सांसद नहीं बन सकता। अगर हमारे पास नंबर होता तो हम विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजते।
फोगाट को कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी राज्यसभा भेजने की अपील
वहीं, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विनेश हारी नहीं हैं, बल्कि उन्होंने करोड़ों लोगों का दिल जीता है। खेल व्यवस्था हार गई है। सरकार को उन्हें वो सारी सुविधाएं देनी चाहिए जो एक स्वर्ण पदक विजेता को दी जाती हैं। हरियाणा में आज एक राज्यसभा सीट खाली है। हमारे पास बहुमत नहीं है, लेकिन अगर देश में कोई सांसद बनने के लिए उपयुक्त व्यक्ति है तो वह विनेश हैं। क्योंकि वह दुनिया और देश के लिए प्रेरणा, साहस का प्रतीक बनकर उभरी हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान पर भड़के विनेश फोगाट के ताऊ
वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान पर विनेश फोगाट के ताऊ महावीर फोगाट ने भी बयान दिया है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरफ से विनेश फोगट को राज्यसभा भेजने के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि जब भूपेंद्र हुड्डा हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने गीता और बबीता के साथ भेदभाव किया था। भूपेंद्र हुड्डा आज जो कह रहे हैं, वह सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है।
हुड्डा पर भेदभाव का लगाया आरोप
महावीर फोगट ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा कह रहे हैं कि विनेश को राज्यसभा में भेजा जाना चाहिए, लेकिन उनकी सरकार के दौरान गीता फोगट को राज्यसभा क्यों नहीं भेजा गया? जब 2005 और 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए थे, तब बबीता फोगट ने सिल्वर मेडल जीता था और गीता फोगट ने गोल्ड मेडल जीता था। वो कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय पहलवान थीं। उसके बाद 2012 में गीता ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला पहलवान बनीं। उस समय हुड्डा की सरकार थी और गीता और बबीता को डीएसपी बनाया जाना था, लेकिन हुड्डा साहब ने भेदभाव किया और गीता को इंस्पेक्टर और बबीता को सब-इंस्पेक्टर बना दिया। हमने केस दर्ज किया और कोर्ट के जरिए मामला सुलझा।