चंडीगढ़: हरियाणा की रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने चुनावी हलफनामे में कुल 69.24 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। हलफनामे के अनुसार उनकी पत्नी और उनकी चल एवं अचल संपत्ति क्रमशः 17.25 करोड़ रुपये और 51.99 करोड़ रुपये की है। दीपेंद्र हुड्डा ने शनिवार को हरियाणा की रोहतक लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
पत्नी के पास 2.01 करोड़ रुपये के आभूषण
राज्य की सभी 10 लोकसभा सीट के लिए आम चुनाव के छठे दौर में 25 मई को मतदान होगा। हलफनामे के मुताबिक, उनकी उम्र 46 साल है और उनके पास 20,284 रुपये की नकदी और 30.24 लाख रुपये का स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन है। इसके अनुसार कांग्रेस नेता ने 1.35 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के आभूषण घोषित किए हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास 2.01 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के आभूषण हैं।
उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में संपत्तियां
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने घोषणा की है कि उन्हें किसी भी आपराधिक मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है। हलफनामे के अनुसार उनकी अचल संपत्तियों में उत्तराखंड में एक कृषि भूमि, रोहतक में एक गैर-कृषि भूमि और दिल्ली तथा गुरुग्राम में वाणिज्यिक संपत्तियां हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने 18.46 लाख रुपये की देनदारी घोषित की है। उन्होंने 1999 में रोहतक के एमडी विश्वविद्यालय से बी.टेक और 2003 में केली स्कूल ऑफ बिजनेस, इंडियाना विश्वविद्यालय से एमबीए किया। वर्ष 2020 में, दीपेंद्र हुड्डा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की।
अशोक तंवर के पास 6.15 करोड़ रुपये की संपत्ति
सिरसा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अशोक तंवर ने शनिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में कुल 6.15 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की। हलफनामे के अनुसार 48 वर्षीय तंवर के पास कोई वाहन नहीं है और उन्होंने तीन लाख रुपये की नकदी घोषित की है। इसके अनुसार, तंवर ने अपनी पत्नी सहित अपनी चल एवं अचल संपत्ति क्रमशः 91.44 लाख रुपये और 5.25 करोड़ रुपये की घोषित की। हलफनामे के अनुसार उनके पास तीन लाख रुपये का सोना है जबकि उनकी पत्नी के पास 61.20 लाख रुपये के सोने के आभूषण हैं।
तंवर के पास राजस्थान और हरियाणा में जमीन
इसके अनुसार तंवर के पास राजस्थान में एक कृषि भूमि और सिरसा में एक घर है। उन्होंने घोषणा की है कि उन्हें किसी भी आपराधिक मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है। भाजपा नेता तंवर ने घोषणा की है कि वह किसान हैं। उन्होंने 2010 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक अध्ययन केंद्र से पीएचडी की थी।
इनपुट-भाषा