जुलाना: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने लगे हैं। जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार विनेश फोगाट जीत चुकी हैं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी योगेश कुमार को 6015 वोटों से हराया। हालांकि विनेश शुरुआती रुझानों में योगेश से पीछे चल रही थीं। लेकिन वोटों की गिनती खत्म होते-होते वे उनसे 6015 वोटों से आगे निकल गई। विनेश को योगेश ने काफी कड़ी टक्कर दी थी। वहीं, इस सीट पर इनेलो के उम्मीदवार सुरेंद्र लाथेर तीसरे नंबर पर रहे, उन्हें इस चुनाव में 10158 वोट मिले। मालूम हो कि, हरियाणा विधानसभा चुनाव एक ही चरण में पांच अक्टूबर को संपन्न हुआ था।
मुकाबला किसके बीच?
जुलाना विधानसभा सीट पर इस बार के चुनाव में 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें 6 निर्दलीय हैं। यहां कांग्रेस से विनेश फोगाट, भाजपा से कैप्टन योगेश बैगारी, जेजेपी से अमरजीत ढांडा, इनेलो से सुरेंद्र लाथर और आम आदमी पार्टी से कविता दलाल मुख्य प्रत्याशी हैं।
जुलाना में कौन ज्यादा मजबूत?
जुलाना सीट की बात करें तो यहां कांग्रेस, इनेलो और जेजपी का दबदबा रहा है। 1967 के बाद की बात करें तो यहां पांच बार कांग्रेस की सरकार रही है। इसके अलावा यहां अलग-अलग पार्टियों ने बारी-बारी से जीत दर्ज की है। फिलहाल इस सीट पर जेजेपी का कब्जा है, इससे पहले 2009 से 2019 तक इनेलो ने इस सीट पर कब्जा रखा था।
जुलाना का चुनावी इतिहास
इस सीट के चुनाव इतिहास पर नजर डालें तो 1967 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1968 में स्वतंत्र पार्टी, 1970 में फिर से कांग्रेस ने जीत हासिल की, जो 1977 तक बरकरार रहा। 1977 में इस सीट पर जनता पार्टी का कब्जा हो गया। इसके बाद 1982 में लोकदल ने यहां से जीत हासिल की, जो 1991 तक बनी रही। इसके बाद जनता पार्टी ने दोबारा इस सीट पर 1991 में जीत हासिल की। 1996 में हरियाणा विकास पार्टी ने यहां पर जीत दर्ज की। इसके बाद 2000 से 2009 तक कांग्रेस, फिर 2009 से 2019 तक इनेलो और 2019 से 2024 तक जेजेपी का इस सीट पर कब्जा रहा।
नतीजों पर पूरे देश की नजर
हरियाणा के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर है, क्योंकि राज्य में इस बार का चुनाव काफी रोचक है। सियासी दलों के अलावा पूरे देश की जनता ये देखना चाहती है कि हरियाणा की जनता के मन में क्या है और वह किस पार्टी को अपना नेता मानती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि हरियाणा में किस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे और कौन पीछे रहेगा।