हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर आज भी डटे हैं। इस बीच अंबाला रेंज के आईजी सिबाश कबिराज (Sibash Kabiraj) ने शुक्रवार को कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि अंबाला के कुछ नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) लगाने के मामले पर पुनर्विचार किया गया है और यह निर्णय लिया गया है कि इसे लागू नहीं किया जाएगा। हरियाणा पुलिस प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में अधिकारियों के साथ सहयोग करने की अपील करती है।
किसान नेता को पुलिस ने दिया नोटिस
वहीं, अंबाला पुलिस ने आंदोलन में शामिल होने के लिए KMM के सदस्य और BKU शहीद भगत सिंह के अध्यक्ष अमरजीत मोहड़ी के घर नोटिस दिया है। इसमें आंदोलन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई उनकी संपत्ति से रिकवर करने की चेतावनी दी गई है।
अंबाला पुलिस ने कही थी ये बातें
इससे पहले पहले अंबाला पुलिस ने कहा था सार्वजनिक संपत्ति और पुलिस प्रशासन पर पत्थर बाजी व हुडदंग बाजी करके कानून व्यवस्था बिगाडने की प्रतिदिन कोशिश की जा रही है। इस दौरान उपद्रवियों द्वारा सरकारी व प्राईवेट सम्पति को काफी नुकसान पंहुचाया जा चुका है। इस आन्दोलन के दौरान लगभग 30 पुलिस कर्मचारियों को चोटें आई, एक पुलिस कर्मचारी का ब्रैन हैमरेज और दो पुलिस कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है।
किसानों पर लगाया था ये आरोप
पुलिस ने कहा था कि आंदोलन में कई किसान नेता सकिया भूमिका में है और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का काम कर रहे है। लगातार सोशल मीडिया जैस फेसबुक, व्हटस्प, इन्सटाग्राम, टैलिग्राम इत्यादि के माध्यम से भडकाउ व उकसाने वाले भाषण देकर प्रचार प्रसार किया जा रहा हैं। बता दें कि किसान संगठन आज हरियाणा पुलिस के खिलाफ काला दिवस मना रहे हैं। किसानों का आरोप है कि पुलिस की कार्रवाई में एक किसान की मौत हो गई।