चंडीगढ़: हरियाणा में सरकारी डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन ‘हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन’ यानी कि HCMSA ने कहा कि राज्य सरकार उनकी कुछ मांगों पर सहमत है और अन्य के प्रति उसने सकारात्मक आश्वासन दिया है। डॉक्टरों के संगठन ने कहा है कि उसे उनकी सभी मांगों पर सकारात्मक नतीजे की उम्मीद है। बता दें कि इससे पहले बीते शुक्रवार की सुबह डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी जिसे HCMSA पदाधिकारियों के साथ स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की फोन पर बात कराने और एक जनवरी को उच्च स्तरीय बैठक तय कराने के बाद वापस ले लिया गया था।
हफ्ते में दूसरी बार हुई थी हड़ताल
संगठन की प्रमुख मांगों में डॉक्टरों के लिए एक एक्सपर्ट कैडर का गठन, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए बॉण्ड राशि कम करना, केंद्र सरकार के डॉक्टरों के बराबर सुनिश्चित करियर प्रोन्नयन (ACP) योजना और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों (SMO) की सीधी भर्ती नहीं करना शामिल हैं। HCMSA के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि उन्होंने सोमवार शाम को चंडीगढ़ में अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) और स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक के बाद एक बैठक की। हरियाणा में सरकारी डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को एक सप्ताह में दूसरी बार एक दिवसीय हड़ताल पर चले गए थे।
‘हमें सार्थक परिणाम की उम्मीद है’
HCMSA के महासचिव डॉक्टर अनिल यादव ने कहा,‘ढाई घंटे तक चली हमारी बैठक सकारात्मक रही। हमें आश्वासन दिया गया कि दो मांगें बहुत जल्द पूरी की जाएंगी। पहली-बॉण्ड की राशि एक करोड़ रुपये से घटाकर 50 लाख रुपये की जाएगी। दूसरी- SMO की सीधी भर्ती को रोकने से संबंधित है।’ 2 अन्य मांगों को अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) की उपस्थिति में आयोजित होने वाली बैठक में उठाया जाएगा और इसमें स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी शामिल होंगे। यादव ने कहा,‘हमें बताया गया कि जल्द ही इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री के साथ एक बैठक की जाएगी। इसलिए, हमें सार्थक परिणाम की उम्मीद है।’