हरियाणा के मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन.प्रसाद ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जल्द ही विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित 10,000 करोड़ रुपये की परियोजना शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि सतत विकास के लिए हरियाणा स्वच्छ वायु परियोजना को चरणबद्ध तरीके से राज्य में लागू किया जाएगा, जिसका पहला चरण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले जिलों में क्रियान्वित किया जाएगा तथा बाद में पूरे राज्य में इसे लागू किया जाएगा।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, सोमवार को यहां मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित सतत विकास के लिए हरियाणा स्वच्छ वायु परियोजना की संचालन समिति की बैठक में यह घोषणा की गई। प्रसाद ने कहा कि इस दस वर्षीय व्यापक परियोजना का वित्तपोषण विश्व बैंक द्वारा किया जाएगा। परियोजना के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रसाद ने वायु प्रदूषण की समस्या को खत्म करने के लिए सभी हितधारकों द्वारा सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया।
अत्याधुनिक होनी नई प्रयोगशाला
प्रारंभिक चरण में हरियाणा की वायु गुणवत्ता निगरानी अवसंरचना में सुधार शामिल है। बयान के मुताबिक, इसमें एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना और चार मौजूदा प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण शामिल है। इसके अतिरिक्त, परियोजना के कार्यान्वयन की देखरेख के लिए एक समर्पित कार्यक्रम प्रबंधन इकाई की स्थापना की जाएगी।
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