नूंह: हरियाणा के नूंह जिले में 14 और 15 अगस्त को कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। ये ढील सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक रहेगी। इस बारे में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि नूंह में 31 जुलाई को उस वक्त हिंसा भड़क गई थी, जब बजरंग दल की धार्मिक यात्रा के दौरान पथराव शुरू हुआ। इसके बाद सड़कों पर आगजनी और गोलियां भी चलीं। इस हिंसा में 6 लोगों की मौत की बात सामने आई, जिसमें 2 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इस मामले में 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और लगभग इतने ही लोगों से पूछताछ हो रही है।
फिर निकलने वाली है शोभायात्रा
नूंह में हुई हिंसा के बाद पलवल में आज हिंदू संगठनों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया। 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा के बाद विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा को रोक दिया गया था। लेकिन एक बार फिर ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा को पूरा करने पर आज फैसला लिया गया।
हिंदू महापंचायत में पंच रतन सिंह ने फैसला सुनाया। उन्होंने कहा 'नूंह हिंसा की जांच राज्य सरकार से नहीं बल्कि एनआईए से कराई जाए। हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दी जाए।'
हिंदू महापंचायत ने की ये मांग
हिंदू महापंचायत ने मांग की है कि हिंसा में घायल लोगों को 50 लाख रुपये दिए जाए। साथ ही जिनका भी नुकसान हुआ है उसका आंकलन किया जाए और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए। नूंह जिले से सभी विदेशी लोगों को बाहर निकाला जाए।
हिंदू महापंचायत ने कहा, 'अगर लोग आत्मरक्षा के लिहाज से हथियार लें तो उनपर सरकार सख्ती न करे।' हिंदू महापंचायत ने प्रस्ताव में कहा कि केंद्रीय फोर्स का एक हेडक्वार्टर मेवात में खोला जाए। दंगाइयों की पहचान करने के बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पंचायत ने सरकार से मांग की है कि नूह जिले का स्टेट्स खत्म किया जाए। साथ ही इलाके को गौ हत्या मुक्त घोषित किया जाए। क्योंकि सारे झगड़े की जड़ यही है।
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