पंचकूला: हरियाणा में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है और सभी पार्टियों ने मैदान में उतरने के लिए अपनी कमर कस ली है। सूबे की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा तथा मतगणना 4 अक्टूबर को होगी। इन्हीं 90 सीटों में से एक है पंचकूला की सीट, जहां पिछले 2 चुनावों से भारतीय जनता पार्टी का परचम लहराता आया है। हालांकि इस बार कांग्रेस भी बीजेपी को पूरा टक्कर देने की कोशिश में है, ऐसे में माना जा रहा है कि सूबे में सियासी मुकाबला दिलचस्प रहेगा।
2019 में हुई थी बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर
2019 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने ज्ञानचंद गुप्ता को मैदान में उतारा था जबकि कांग्रेस की तरफ से चंद्र मोहन ताल ठोक रहे थे। इंडियन नेशनल लोकदल ने भी यहां से करुणदीप चौधरी को प्रत्याशी बनाया था। 2019 में इस सीट पर कांटे की टक्कर हुई थी और बीजेपी प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी को 5633 मतों से मात दी थी। बीजेपी के ज्ञानचंद गुप्ता को जहां 61537 वोट मिले थे वहीं चंद्र मोहन भी 55904 वोट जुटाने में कामयाब रहे थे जबकि करुणदीप सिर्फ 2342 वोटों पर सीमित हो गए थे। नोटा के नाम के आगे का बटन 1195 लोगों ने दबाया था।
3 नवंबर को पूरा हो रहा है बीजेपी सरकार का कार्यकाल
बता दें कि हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता हैं जिनमें से 95 लाख महिलाएं हैं। हरियाणा में वर्तमान में बीजेपी की सरकार है और इसका कार्यकाल 3 नवंबर को पूरा हो रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी। हालांकि लोकसभा चुनाव में सीट साझेदारी को लेकर असहमति के बाद यह गठबंधन टूट गया था। बाद में BJP ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन के दम पर अपनी सरकार बचा ली। अब देखना यह है कि पार्टी चुनावों में जीत की हैट्रिक लगाती है या कांग्रेस उसके इस सपने को तोड़ती है।