नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी आज उम्मीदवारों की पहली लिस्ट का ऐलान कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में 55 उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए गए हैं। बताया जाता है कि सीएम नायब सिंह सैनी लाडवा और अनिल विज अंबाला कैंट से चुनाव लड़ सकते हैं।
सीईसी की बैठक में सभी 90 सीटों पर चर्चा
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित और अन्य सदस्य शामिल हुए। इस महत्वपूर्ण बैठक में हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सह-प्रभारी बिप्लव देब, प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बडौली और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में हरियाणा की सभी 90 सीटों पर चर्चा हुई और 55 सीटों पर नाम भी तय किए जा चुके हैं।
करनाल की बजाय लाडवा से चुनाव लड़ सकते हैं सीएम सैनी
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस बार करनाल की बजाय लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। आपको बता दें कि, नायब सिंह सैनी जब मार्च में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे तो तब वे विधायक नहीं, बल्कि करनाल लोकसभा सीट से सांसद थे। उस समय सीएम पद से इस्तीफा देने वाले मनोहर लाल खट्टर ने करनाल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। सैनी इसी सीट से जीतकर विधायक बने, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें करनाल विधानसभा की बजाय लाडवा से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है।
जेपी नड्डा के आवास पर पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक
बता दें कि केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक हुई थी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह के अलावा धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री सैनी और बडौली भी शामिल थे। धर्मेंद्र प्रधान ने अपने आवास पर हरियाणा बीजेपी के नेताओं के साथ बैठक की। बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पार्टी की केंद्रीय टीम को राज्य के राजनीतिक परिदृश्य से अवगत कराया गया।
एक अक्टूबर को होगा मतदान
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती चार अक्टूबर को होगी। हरियाणा में वर्तमान में बीजेपी की सरकार है। उसकी चुनौती राज्य में अपनी सत्ता को बरकरार रखना है। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में राज्य में विपक्षी मतों के एकजुट होने से बीजेपी की सीट संख्या घटकर पांच रह गई तथा बाकी सीट कांग्रेस के खाते में चली गईं। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य में सभी 10 सीट पर जीत हासिल की थी।
पिछले चुनाव में बीजेपी को मिली थी 40 सीटें
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबसे ज्यादा 40 सीट मिलीं। कांग्रेस 31 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी पार्टी बनी थी। जननायक जनता पार्टी (जजपा) 10 सीट जीतने में सफल रही थी। सात सीट निर्दलीय को, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को एक और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी। बाद में भाजपा ने जजपा के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी। मनोहर लाल फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने थे जबकि जजपा के दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री बने। हालांकि लोकसभा चुनाव में सीट साझेदारी को लेकर असहमति के बाद यह गठबंधन टूट गया। बाद में भाजपा ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन के दम पर अपनी सरकार बचा ली। कुछ दिनों के बाद भाजपा ने खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया और नायब सिंह सैनी को राज्य की कमान सौंपी। (इनपुट-एजेंसी)