गुरुग्राम: हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक धनशोधन मामले की जांच के तहत हरियाणा के विधायक गोपाल कांडा और अन्य के परिसरों पर बुधवार को छापे मारे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी गुरुग्राम के सिविल लाइंस इलाके में कांडा की अब बंद हो चुकी विमानन कंपनी एमडीएलआर के कार्यालय और उनके आवास पर सुबह करीब छह बजे पहुंचे।
सूत्रों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत छापेमारी की जा रही है और दिल्ली एवं सिरसा में भी कुछ परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं। अभी यह पता नहीं है कि कांडा के खिलाफ किस मामले में जांच की जा रही है।
कौन हैं गोपाल कांडा?
हरियाणा लोकहित पार्टी के नेता कांडा (57) सिरसा से विधायक हैं। इस पार्टी की स्थापना कांडा ने ही की थी। वह पूर्व में राज्य के गृह, उद्योग एवं नगर निकाय मंत्री के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं। दिल्ली की एक अदालत ने एमडीएलआर की एयर होस्टेस गीतिका शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के हाई प्रोफाइल मामले में नेता को हाल में ही बरी किया था। ऐसा समझा जाता है कि कांडा ने इस जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों से पहले मुलाकात की थी।
क्या है गीतिका शर्मा सुसाइड केस?
साल 2012 के बहुचर्चित एयर होस्टेस गीतिका सुसाइड मामले में दिल्ली की राउज एवन्यू कोर्ट ने हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा को हालही में बरी किया था। इस मामले में कांडा के अलावा अरुणा चड्ढा को भी बरी किया गया था। दरअसल गोपाल कांडा की एयरलाइंस में एयर होस्टेस के तौर पर काम कर चुकीं गीतिका ने 5 अगस्त, 2012 में अशोक विहार के अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
मैकेनिक से सफलता के शिखर पर पहुंचे गोपाल कांडा
कांडा एक जमाने में खराब रेडियो-टीवी रिपेयर करने वाले मैकेनिक हुआ करते थे लेकिन बाद में उन्होंने एयरलाइंस शुरू की, विधायक बने और फिर हरियाणा के गृह राज्यमंत्री का पद हासिल किया। गोपाल ने एयरलाइंस शुरू करने से पहले अपने भाई के साथ मिलकर जूते-चप्पल की एक दुकान खोली थी। दुकान में तरक्की के साथ गोपाल ने जूते बनाने की फैक्ट्री शुरू कर दी। गोपाल ने होटल, कैसिनो, प्रॉपर्टी डीलिंग, स्कूल-कॉलेज और लोकल न्यूज चैनल के व्यवसाय भी किए हैं। (इनपुट: भाषा से भी)
ये भी पढ़ें:
राहुल गांधी की 'फ्लाइंग किस' पर मचा बवाल, भाजपा सांसदों ने स्पीकर को लिखित में दी शिकायत