चंडीगढ़ः हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए तारीख बदल गई है। हरियाणा में अब एक अक्टूबर की बजाय पांच अक्टूबर को मतदान होगा। जबकि वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। बीजेपी और इनेलो ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान की तारीख बदलने की मांग की थी। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों की मांगों पर विचार करते हुए वोटिंग की तारीख बदल दी है।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में मतगणना 8 अक्टूबर को होगी
चुनाव आयोग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में मतदान की तारीख नहीं बदली है। लेकिन हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में वोटों की गिनती एक साथ आठ अक्टूबर को होगी। जम्मू-कश्मीर में नामांकन की तारीख पूर्ववत ही रहेंगी। उनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहां पर तीसरे चरण का मतदान भी पहले की तरह एक अक्टूबर को ही होगा।
16 सितंबर तक नामांकन वापस ले सकेंगे उम्मीदवार
चुनाव आयोग के अनुसार, हरियाणा में नोटिफिकेशन 5 सितंबर को जारी होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 12 सितंबर होगी। नामांकन पत्रों की जांच 13 सितंबर को की जाएगी। 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे।
इसलिए बदली गई तारीख
निर्वाचन आयोग ने कहा कि बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार को ध्यान में रखते हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव अब एक अक्टूबर के बजाय पांच अक्टूबर को होंगे। चुनाव आयोग ने यह निर्णय बिश्नोई समुदाय के मतदान अधिकारों और परंपराओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है। इस साल असोज उत्सव 2 अक्टूबर को होगा। सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे उन्हें अपने मतदान के अधिकार से वंचित होना पड़ता। पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई परिवारों ने अपने गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर जिले में अपने वार्षिक उत्सव असोज के लिए जाते हैं।
पहले भी बदली जा चुकी है मतदान की तारीख
बता दें कि चुनाव आयोग ने 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान गुरु रविदास जयंती के लिए वाराणसी की यात्रा करने वाले भक्तों की सुविधा के लिए चुनाव एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिए गया था। इसी तरह मणिपुर में 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान आयोग ने ईसाई समुदाय की रविवार की प्रार्थना का सम्मान करने के लिए मतदान की तारीखों में बदलाव किया था। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 में, बारावफात के कारण मतदान की तारीख बदल दी गई थी।