अंबाला: हरियाणा में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से पांच और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को जानकारी दी कि 10 लोगों की मौत यमुनानगर जिले में हुई है, जबकि पड़ोसी अंबाला जिले में दो लोगों की जान गई है। जहरीली शराब से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतों के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी दल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) ने मृतकों को लेकर मनोहर लाल खट्टर सरकार को घेरा है।
उत्तर प्रदेश से आए मजदूरों ने पी जहरीली शराबी
विपक्षी दलों ने कहा कि राज्य सरकार अतीत में ऐसी घटनाओं से सबक सीखने में विफल रही है। अधिकारियों ने कहा कि यमुनानगर से शुक्रवार को 3 और लोगों के मरने की सूचना मिली है। पुलिस का कहना है कि अंबाला में जान गंवाने वाले दोनों लोग उत्तर प्रदेश से आए मजदूर थे और उन्होंने अंबाला जिले में अवैध रूप से बनाई गई संदिग्ध जहरीली शराब का सेवन किया था। पुलिस ने बताया कि दोनों अंबाला के एक गांव में किराये के मकान में रह रहे थे और यहां एक कारखाने में काम करते थे। अंबाला जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब उनकी हालत गंभीर हो गई, तो उन्हें मुलाना मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार को उनकी मौत हो गई।
जहरीली शराब मामले में 7 लोग गिरफ्तार
वहीं इस मामले में पुलिस ने अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पड़ोसी अंबाला में अवैध रूप से शराब बनाने के आरोप में दो अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है। संदिग्ध नकली शराब के स्रोत के बारे में पूछे जाने पर यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) गंगा राम पुनिया ने कहा, ‘‘शुरुआती जांच से पता चला है कि इसे अवैध रूप से निर्मित किया गया था। इस संबंध में अंबाला जिले के मुलाना इलाके में अलग से एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।’’ एसपी ने बताया कि मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि उनमें से दो स्थानीय लोग हैं, जो अवैध विक्रेता हैं और बाकी अवैध विक्रेता के साथ जुड़े हुए हैं।
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