नई दिल्लीः कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी खुद में मजबूत है और अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने दावा कि इस चुनाव में इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन और जननायक जनता पार्टी (जजपा) से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होगा। कांग्रेस पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। सैलजा का यह भी कहना था कि कांग्रेस जिन राज्यों में विपक्ष में होती है वहां आमतौर पर मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित नहीं करती है।
आम आदमी पार्टी के साथ नहीं होगा गठबंधनः सैलजा
इस चुनाव में ‘आप’ के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा ने कहा ति हम (इंडिया गठबंधन में) साझेदार हैं, लेकिन यह तय किया गया था कि राज्य के स्तर पर (गठबंधन) फैसला होगा। पहले आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वह विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेंगे। मेरा मानना है कि कांग्रेस खुद में मजबूत है और वह अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
हुड्डा ने भी कही थी ये बात
पिछले 13 अगस्त को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि राज्य के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में कोई चर्चा नहीं है और कांग्रेस खुद में सक्षम है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने दिल्ली एवं हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पंजाब में दोनों अलग-अलग मैदान में उतरे थे। सैलजा ने इस बार खंडित जनादेश की संभावना को भी खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का पूरे हरियाणा में बहुत ज्यादा आधार नहीं रहा।
इनेलो-बसपा गठबंधन, जजपा के चुनाव लड़ने से कांग्रेस पर नहीं पड़ेगा असर
इनेलो-बसपा गठबंधन और जजपा के असर के बारे में पूछे जाने पर सैलजा ने कहा कि जजपा अपनी जमीन खो चुकी है। वह टूट चुकी है। पिछली बार उनके जो विधायक जीते थे वो कांग्रेस के लोग ही थे। उनके लिए मौका नहीं देखती हूं। लोकसभा चुनाव में इनेलो का प्रदर्शन भी नगण्य था। बसपा भी अपना आधार बहुत खो चुकी है। जब परिणाम आएगा तो पता चलेगा कि इस गठबंधन का कोई असर नहीं था।
सीएम उम्मीदवार को लेकर कही ये बात
इस सवाल पर कि क्या कांग्रेस चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी तो कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमारी पार्टी का एक तरीका है। ज्यादातर मामलों में हमारी पार्टी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करती है। जब पार्टी विपक्ष में होती है तो आमतौर पर मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होता है। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।