पंजाब के बाद अब हरियाणा में भी I.N.D.I.A गठबंधन में दरार पड़ती नजर आ रही है। पंजाब में कांग्रेस नेताओं की तरह हरियाणा में भी कांग्रेस के बड़े नेताओं ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। वहीं दूसरी ओर हरियाणा के मुख्यमंत्री ने I.N.D.I.A के मुद्दे पर भी तंज कसते हुए कहा है कि उनकी हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली है।
पूर्व सीएम हुड्डा बोले- हरियाणा में हम पूरी तरीके से सक्षम
पंजाब में कांग्रेस के नेता और नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने जहां ऐलान कर दिया है कि सभी 13 लोकसभा सीटों पर वह अकेले चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि भले ही राष्ट्रीय स्तर पर तमाम विपक्षी दलों का I.N.D.I.A गठबंधन बन गया हो लेकिन पंजाब में उनका किसी के साथ कोई समझौता नहीं है। इसी तर्ज पर अब हरियाणा में भी नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। हुड्डा ने कहा कि एनडीए को जवाब देने के लिए I.N.D.I.A गठबंधन की अच्छी शुरुआत हुई है, लेकिन हरियाणा में हम पूरी तरीके से सक्षम हैं और यहां सभी 10 सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी।
सीट शेयरिंग पर AAP पर भी साध गए निशाना
वहीं इस दौरान आम आदमी पार्टी के साथ सीट शेयरिंग पर हुड्डा ने कहा कि सीट शेयरिंग का कोई आधार होता है। हाल ही में आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। यहां आम आदमी पार्टी की जमानत तक जप्त हो गई थी। ऐसे में आम आदमी पार्टी के पास सीट मांगने का कोई आधार नहीं है। हालांकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा इंडियन नेशनल लोकदल के साथ सीट शेयरिंग पर सवाल टाल गए, क्योंकि अब इंडियन नेशनल लोकदल की भी इंडिया गठबंधन में एंट्री होने जा रही है। अभय चौटाला ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस के साथ आने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। हरियाणा की राजनीति में कभी एक दूसरे के ख़िलाफ़ रहे कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल साथ आते दिख रहे हैं। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने कहा है कि कांग्रेस की 25 सितंबर को होने वाली रैली में I.N.D.I.A गठबंधन के तमाम नेता पहुंचेंगे और कांग्रेस को उन्हें साथ लेने में कोई आपत्ति नहीं है।
राज्यों की सहमति के बिना किया गठबंधन?
वहीं इस अलाइंस पर तंज कसते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इनकी हालत 'खिसियानी बिल्ली ख़ंबा नोचे' जैसी बताई है। ऐसी स्थिति में दोनों दलों के नेताओं का एक साथ मंच पर आना और सीट शेयरिंग बहुत चुनौती पूर्ण है। वहीं कांग्रेस नेताओं के इस रुख से यह बात भी जाहिर होती है कि राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन का फैसला करने से पहले राज्यों की लीडरशिप से चर्चा नहीं की गई। क्योंकि पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने गठबंधन से पहले ही अपनी आला कमान को बाकायदा पत्र लिखकर कहा था कि आम आदमी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं होना चाहिए। बावजूद इसके इंडिया एलाइंस में आम आदमी पार्टी को भी शामिल किया गया।
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