मुंबई: भारतीय जनता पार्टी नेता सना उर्फ हिना खान की हत्या के मामले में नया ट्विस्ट आ गया है, सना के जरिए आरोपी अमित उर्फ पप्पू साहू और उसके साथी सेक्सटॉर्शन गेंंग चला रहे थे, सना को मजबूर कर आरोपियों ने व्यापारियों सहित नेताओं के साथ आपत्तिजनक वीडियो और फोटो बनवाए और बाद में उन्हें ब्लैकमेल कर करोड़ों रुपए की वसूली की गई थी। सना के परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने पप्पू और उसके साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें केवल नागपुर में नहीं, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भी सना के पीड़ित होने की जानकारी सामने आई है।
सना खान हत्याकांड के बाद पुलिस ने बताया कि हनीट्रैप और सेक्सटॉर्शन गैंग का मुखिया पप्पू साहू था, जबकि जबलपुर सिवनी और नागपुर के कुछ अपराधी और छुटभैया नेता भी इस गैंग में शामिल थे। आरोपी पप्पू साहू सना खान का इस्तेमाल हनी ट्रैप के लिए करता था और इस हनी ट्रिप के चक्कर में ही सना खान की जान चली गई।
पप्पू ने प्यार के जाल में फंसाकर सना से की थी शादी
2021 में पप्पू और सना की फेसबुक के जरिये दोस्ती हुई थी और बाद में पप्पू ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। सना खान से पप्पू ने अप्रैल 2023 में कोर्ट मैरिज किया था। शादी के बाद पप्पू हनी ट्रैप में राजनेताओं ,व्यापारियों को सना खान के जरिए फंसाने लगा एवं उन्हें ब्लैकमेल करने लगा। उसके बाद उसी ने सना को सेक्सटॉर्शन गैंग का हिस्सा बनने पर मजबूर किया था। वह सना पर जमकर अत्याचार करता था और उसे जान से मारने की धमकी भी देता था।
पति ही करता था ग्राहक का चुनाव, भेजता था सना के पास
प्राप्त जानकारी के अनुसार पप्पू व्यक्ति का चयन करता था और सना को उसके पास भेजता था। मजबूरी में सना उनके करीब जाती थी। बाद में उनके साथ आपत्तिजनक वीडियो- फोटो लेकर पप्पू को दे दी थी, इसके बाद पप्पू और उसकी गैंग के अपराधी उन लोगों को फोन करके ब्लैकमेल करके फिरौती वसूलते थे।
नागपुर के डीसीपी जोन 2 राहुल मदने ने बताया कि आरोपी अमित साहू हनी ट्रैप के जरिए ब्लैक मेलिंग के लिए सना को हथियार के रूप में इस्तेमाल करता था। आरोपियों ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कई राजनीतिक, व्यापारी और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े नेता और व्यापारियों से लाखों रुपए वसूले। पुलिस मोबाइल कंपनियों से डाटा निकलवाने का काम कर रही है, जिसमें और कई गंभीर खुलासा हो सकते हैं।
सना खान के मोबाइल को तलाश रही पुलिस
राहुल मदने ने कहा कि वो हनी ट्रैप में लोगों को फंसा कर वीडियो निकालता था और उन्हें ब्लैकमेल करके पैसे वसूलता था। पुलिस को कुछ इनपुट इस तरीके का मिला है, उस पर पुलिस जांच कर रही है। सना खान के मर्डर के बाद जिन-जिन लोगों को उसने कॉल किया है, उन सबको नोटिस दिया गया है और सभी को पुलिस नागपुर बुला रही है।
भारतीय जनता पार्टी पदाधिकारी सना खान के जिस मोबाइल में विस्फोटक क्लिप और फोटो थे उन्हें बरामद करने में पुलिस को 20 दिन बाद भी सफलता नहीं मिली है। सना की हत्या का सूत्रधार अमित उर्फ पप्पू साहू के साथी बता रहे हैं कि उन्होंने वारदात के बाद मोबाइल नर्मदा नदी में फेंक दिया था। सना खान के इस मोबाइल में 70 से अधिक वीडियो क्लिप और फोटो होने का पता चला है। इनके बरामद होने पर प्रकरण में नया मोड़ आ सकता है।
मोबाइल से खुल सकते हैं गहरे राज
सना का मोबाइल छुपाने वाला आरोपी नागपुर की मनकापुर पुलिस के हाथ लग गया है। एक फोन तो पुलिस ने बरामद कर लिया, लेकिन अन्य दो को आरोपियों ने नदी में फेंक दिया था। इस मामले में पुलिस पप्पू साहू उसके दोस्त राजेश सिंह, नौकर जितेंद्र गौड़ और धर्मेंद्र यादव को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार और भी आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है।
पुलिस ने बताया कि 2 अगस्त को सना की हत्या करने के बाद पप्पू ने उसके पास से तीन मोबाइल फोन निकाल लिए थे। लाश को ठिकाने लगाने के बाद उसने अपने करीबी मित्र धर्मेंद्र को मोबाइल गायब करने को कहा था. धर्मेंद्र ने तीनों मोबाइल किसी निर्जन स्थान पर फेंकने की जिम्मेदारी कमलेश को सौंपी थी। आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि सना के मोबाइल में 70 से ज्यादा फोटो और वीडियोज थे। दोनों मोबाइल हाथ लगने पर कई सनसनीखेज खुलासे हो सकते हैं।
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