नूंह: भिवानी कांड के आरोपी श्रीकांत मरोड़ा के घर हुई छापेमारी के मामले में नूंह के नगीना थाने में राजस्थान पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भिवानी में 2 युवकों, नासिर और जुनैद की हत्या के मामले में आरोपी श्रीकांत मरोड़ के घर राजस्थान पुलिस ने छापेमारी की थी। आरोपी श्रीकांत की मां दुलारी ने राजस्थान पुलिस के खिलाफ दी शिकायत में अपनी गर्भवती बहू से धक्का-मुक्की के गंभीर आरोप लगाए थे। आरोपी की मां के मुताबिक, पुलिस की धक्का-मुक्की की वजह से श्रीकांत के पत्नी के गर्भ में ही उसके अजन्मे बच्चे की मौत हो गई थी।
राजस्थान पुलिस के 30-40 अफसरों, कर्मचारियों के खिलाफ केस
बता दें कि भिवानी में एक जली हुई गाड़ी में 2 युवकों के नरकंकाल मिलने के मामले में आरोपी श्रीकांत के घर पर राजस्थान की पुलिस ने छापेमारी की थी। आरोपी की मां का आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान श्रीकांत की 9 महीने की गर्भवती पत्नी के साथ धक्का-मुक्की की थी। बाद में नल्हड मेडिकल कॉलेज में श्रीकांत की पत्नी ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया था। नूंह के नगीना थाने में राजस्थान पुलिस के 30-40 अज्ञात अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
महापंचायत की मांग, FIR से हटाया जाए मोनू मानेसर का नाम
इस बीच भिवानी कांड के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर के समर्थन में हरियाणा के मानेसर में महापंचायत हुई। पंचायत के बीच मोनू के घर छापे की अफवाह फैलने के बाद महापंचायत में हंगामा मच गया, और भीड़ मोनू के घर की ओर रवाना हो गई। हालांकि छापे की खबर गलत निकलने पर भीड़ पंचायत में वापस लौट गई। महापंचायत ने चेतावनी दी है कि 24 घंटे के अंदर मोनू का नाम FIR से हटाया जाए और अगर ऐसा नहीं हुआ तो नेशनल हाईवे-8 को जाम कर दिया जाएगा। बता दें कि मानेसर का नाम राजस्थान पुलिस की FIR में दर्ज है और वह फरार चल रहा है।