हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग एक अक्टूबर को होगी। उससे पहले सभी पार्टियां अपनी-अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में जुटी हैं। इस बीच, जननायक जनता पार्टी (JJP) और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के बीच गठबंधन के बाद सीट शेयरिंग पर भी सहमति बन गई है। दिल्ली में मंगलवार को दोनों पार्टियों के मुखिया दुष्यंत चौटाला और चंद्रशेखर आजाद के बीच बैठक हुई। इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन को लेकर औपचारिक घोषणा की। इस दौरान बताया कि दोनों पार्टियां कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगी?
आजाद की पार्टी 20 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दुष्यंत चौटाला ने बताया कि जेजेपी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि आजाद समाज पार्टी 20 सीटों पर फाइट करेगी। लोकसभा चुनाव से पहले तक जेजेपी और बीजेपी के बीच गठबंधन था और सरकार में हिस्सेदारी थी। पार्टी के मुखिया दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उपमुख्यमंत्री भी थे। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीटों के बंटवारे पर अनबन के बाद बीजेपी और जेजेपी के रास्ते अलग हो गए। इसके बाद विधानसभा चुनाव से पहले अब जेजेपी ने आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ गठबंधन किया है।
राज्य में 17 सीटें एससी के लिए आरक्षित
बता दें कि चंद्रशेखर आजाद की दलित वर्ग के बीच अच्छी पकड़ मानी जाती है। ऐसे में यह गठबंधन जेजेपी के लिए भी दलित वोट को खींचने में मदद कर सकता है। हरियाणा में 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं, जहां से केवल अनुसूचित जाति के प्रत्याशी के मैदान में उतर सकते हैं। इनमें मुलाना, सधौरा, शाहबाद, गुहला, निलोखेरी, इसराना, खरखौदा, नरवाना, कलनवली, उकलाना, बवानी खेड़ा, कालानौह, झज्जर, बवाल, पटौदी और होडल है।
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