गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सोमवार को विभिन्न एजेंसियों ने मॉक ड्रिल किया, जिसका मकसद बम होने की अफवाह उड़ने के कारण भगदड़ मचने की स्थित में सुरक्षाकर्मियों की तैयारियों और ढांचे के प्रबंधन का आकलन करना था। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मॉक ड्रिल नर्मदा की कलेक्टर श्वेता तेवतिया की देखरेख में संयुक्त रूप से जिला आपदा शाखा, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और इंजीनियरिंग समूह एलएंडटी ने आयोजित किया था।
आज सुबह शुरू हुई मॉक ड्रिल
एक ओर सीआईएसएफ सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और आस-पास के स्थलों की सुरक्षा संभालता है। वहीं एलएंडटी ने इस स्मारक का निर्माण किया है, जो हर दिन हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सुबह करीब 8:00 बजे मॉक ड्रिल शुरू हुई। इसके तहत लगभग 100 लोग पर्यटक के तौर पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के परिसर में मौजूद रहे, जो एक लावारिस बैग के बारे में जानने और इसे आतंकवादी हमले की झूठी अफवाह उड़ने के बाद घबरा गए और निकास द्वारों की ओर भागने लगे। इस दौरान एक पर्यटक बेहोश होकर फर्श पर गिर गया, जबकि दो अन्य को भगदड़ के कारण चोट लगी।
भगदड़ में पर्यटकों को आईं चाटें
एलएंडटी की प्रतिक्रिया टीम इन तीन पर्यटकों को प्राथमिक इलाज के लिए ले आई और अन्य फंसे हुए पर्यटकों को लिफ्ट का इस्तेमाल करके ग्राउंड फ्लोर तक पहुंचने में भी मदद की। विज्ञप्ति में कहा गया है कि गंभीर रूप से घायल एक पर्यटक को तुरंत एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया, जबकि मामूली रूप से चोटिल अन्य लोगों का स्मारक में डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज किया। नियंत्रण कक्ष के जरिए प्रबंधन से एक संदेश मिलने पर सीआईएसएफ कर्मी हरकत में आए और लगभग 100 अन्य पर्यटकों को बाहर निकालकर उन्हें सुरक्षित रूप से असेंबली क्षेत्र में ले आए। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कर्मियों ने स्मारक के प्रत्येक कोने की भी जांच की।
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