गुजरात में पहले मुख्यमंत्री और फिर मंत्रिमंडल में बदलाव के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी में भी बदलाव आया है। राज्य विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी के इस्तीफे बाद अब निमा आचार्या को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि राजेंद्र त्रिवेदी ने आज ही राज्य मंत्रिपरिषद में शामिल हुए हैं। इससे पहले आज सुबह ही त्रिवेदी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
निमा भावेशभाई आचार्या मौजूदा विधानसभा में अंजार सीट से चुनकर आई हैं। वे इससे पहले गुजरात फैमिली प्लानिंग काउंसिल की सदस्या भी रह चुकी हैं। निमा आचार्या ने कांग्रेस पार्टी से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। वे 2002 और 2007 में कांग्रेस की टिकट पर ही जीतकर विधानसभा पहुंची थीं। लेकिन जल्द ही 2007 में उनके पति भाजपा में शामिल हो गए। राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने बगावत करते हुए भरौंसिंह शेखावत को वोट दिया था। जिसके बाद उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधि के चलते पार्टी से निकाल दिया गया। बाद में उन्होंने भी भाजपा की सदस्यता ले ली।
भूपेंद्र पटेल ने बदल डाले सारे मंत्री
गुजरात में आज भूपेंद्र पटेल सरकार में नए मंत्रियों को शपथ दिलवाई गई। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सरकार में 24 मंत्रियों को शपथ दिलवाई गई है। नए मंत्रियों के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल पहली कैबिनेट मीटिंग शाम के साढ़े चार बजे करेंगे। भूपेंद्र पटेल की सरकार में पिछली सरकार के किसी भी मंत्री को जगह नहीं दी गई है। कई लोगों का मानना है कि पुराने चेहरों को जगह न दिया जाने का यह फार्मूला 2022 विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रस्तावित किया गया है क्योंकि दो दशक से ज्यादा वक्त से गुजरात में सत्ता में रही भाजपा साफ-सुथरी छवि के साथ मतदाताओं के बीच जाना चाहती है। भूपेंद्र सरकार की कैबिनेट में 7 विधायक ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई है।