गुजरात का वडोदरा सांप्रदायिक तौर पर बेहद संवेदनशील है। खासकर त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक नफरत फैलने से रोकने के लिए पुलिस ने सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी है। इस दौरान एक वायरल वीडियो से पुलिस को पता चला कि कुछ युवक सोशल मीडिया पर अलग-अलग नामों से ग्रुप चला रहे हैं। इनका काम ये है कि अगर किसी अल्पसंख्यक समुदाय की लड़की किसी दूसरे समुदाय के लड़के के साथ दिख जाती, तो वे उसे पकड़ लेते और उस लड़के की पिटाई कर देते हैं।
कपल पर नजर रख ग्रुप में डिटेल्स देते
इस मामले में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया था, जिनसे पूछताछ के दौरान पांच और युवकों को गिरफ्तार किया गया। ये युवक न सिर्फ वडोदरा बल्कि अन्य जिलों में भी ऐसे ग्रुप चलाते थे। अगर कोई लड़की अलग-अलग जिलों से आती थी तो उस पर भी नजर रखी जाती थी। जांच के दौरान पता चला कि ये लड़के कुछ फूड स्टॉल पर भी काम कर रहे थे। इतना ही नहीं, कुछ लड़के ऑनलाइन फूड सर्विसेज में भी काम करते थे और इस ग्रुप के सदस्य हैं। ये कपल पर नजर रखते हुए ग्रुप में डिटेल्स डालते थे।
एकमात्र लक्ष्य समुदाय का हीरो बनना
पुलिस के मुताबिक, ग्रुप ने 40 से ज्यादा जोड़ों को निशाना बनाया है। उनका एकमात्र लक्ष्य अपने समुदाय का हीरो बनना था। और तो और उन्हें इस बात का भी गर्व था कि आज उन्होंने अपने समाज की इतनी सारी लड़कियों को बचाया है। कई बार ये लोग वीडियो बनाकर ब्लैकमेल भी करते थे। कुछ मामलों में उन्होंने लड़की के माता-पिता से पैसे भी लिए हैं। कुछ लड़कियों की सगाई भी टूट चुकी है। ऐसी घटना भी सामने आई है कि उनके ही समाज के एक परिवार ने आत्महत्या की कोशिश की है। इसे लेकर पुलिस आरोपियों के खिलाफ शिकायत लेने की दिशा में काम कर रही है। मामले में अब तक 73 लोगों से पूछताछ हो चुकी है। वहीं, पूरा मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है।
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