गुजरात के अमरेली में बोरवेल में गिरी बच्ची की जान नहीं बचाई जा सकी। NDRF की टीम ने 17 घंटे तक लगातार मेहनत करके बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाला, लेकिन बच्ची के बाहर आते ही डॉक्टरों ने जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। अमरेली के सुरगपरा गांव के खेत में लगभग 50 फीट गहरे खुले बोर में एक खेतिहर मजदूर की एक सालकी बेटी आरोही खेलते-खेलते गिर गई थी। बच्ची के गिरने की सूचना मिलने के बाद अमरेली फायर विभाग की टीम हेल्थ और NDRF की टीम ने 17 घन्टे तक लगातार रेस्क्यू ऑपरेश चलाया।
कई घंटे की मेहनत के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। बोरवेल से बाहर आते ही डॉक्टरों ने एंबुलेंस में ले जाकर उसकी जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। इस रेसक्यू ऑपरेशन का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि NDRF की टीम कैसे बच्ची को बाहर निकाल रही है।
द्वारका में हुआ था हादसा
कुछ महीने पहले देवभूमि द्वारका जिले में 30 फिट गहरे बोरवेल में गिरने से तीन साल की बच्ची की मौत हो गई थी। काफी मशक्कत के बात लड़की को बोरवेल से बाहर निकाला गया था, लेकिन बाहर निकाले जाने पर बच्ची बेहोशी की हालत में मिली। आनन-फानन में उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई और उसे बचाया नहीं जा सका था। बच्ची रण गांव में दोपहर करीब एक बजे खुले बोरवेल में गिर गई थी। उसे रात में करीब 9 बजकर 50 मिनट पर बेहोशी की हालत में 30 फिट गहरे बोरवेल से बाहर निकाला गया। उसे आनन-फानन में इलाज के लिए जामनगर के एक अस्पताल ले जाया गया। जब बच्ची को इस अस्पताल में लाया गया तो उसे मृत घोषित कर दिया गया था।
(अमेरेली से सूर्यकांत की रिपोर्ट)