गुजरात के कच्छ जिले में 2.13 करोड़ रुपये कैश से भरी एक 'एटीएम कैश वैन' को कुछ लोग चुराकर ले जाने का प्रयास करते हुए पकड़े गए। पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जब चोर कैश वैन लेकर भागे तो पुलिस और मोटरसाइकिल सवारों द्वारा पीछा किये जाने के बाद आरोपी वैन छोड़कर फरार हो गये थे। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों में से दो व्यक्ति एक कैश मैनेजमेंट कंपनी के कर्मचारी हैं, जिन्हें शुक्रवार सुबह हुई घटना के कुछ घंटों के भीतर ही दबोच लिया गया।
चाय की दुकान पर रुके थे वैन ड्राइवर और कर्मचारी
कच्छ-पूर्व के पुलिस अधीक्षक सागर बरमार ने कहा कि यह घटना शुक्रवार सुबह कच्छ जिले के गांधीधाम शहर के बैंकिंग सर्कल में हुई जब एक नकदी प्रबंधन कंपनी के पांच कर्मचारी वैन में 2.13 करोड़ रुपये रखने के बाद कुछ खाने-पीने के लिए पास की चाय दुकान पर चले गए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को दिन में शहर के अलग-अलग एटीएम मशीनों में इस राशि को जमा करना था। बरमार ने कहा कि जब कर्मचारी खाने में जुटे थे तभी एक व्यक्ति 'डुप्लीकेट' चाभी लेकर आया और वैन लेकर फरार हो गया। लूट की खबर लगने पर एक कर्मचारी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी जबकि अभिरक्षक दीपक सठवाड़ा ने एक मोटरसाइकिल सवार की मदद से वैन का पीछा करना शुरू कर दिया।
पुलिस और एक कार सवार ने किया वैन का पीछा
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और वैन के पीछे लग गई। इस बीच वैन ने एक कार को टक्कर मार दी। इसके बाद कार सवार दर्शित ठक्कर ने सठवाड़ा को 'लिफ्ट' देते हुए कार का पीछा करना शुरू कर दिया। अधिकारी ने कहा कि वैन लेकर फरार हुए चालक ने जब देखा पुलिस और एक कार उसका पीछा कर रही है तो वह शहर के बाहरी इलाके में वैन को छोड़कर अपने एक साथी की कार में सवार होकर फरार हो गया।
कैश प्रबंधन कंपनी में काम करते हैं दो आरोपी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 2.13 करोड़ रुपये की नकदी के साथ वैन बरामद होने के बाद पुलिस ने दोषियों को पकड़ने के लिए टीम बनाकर तलाशी अभियान चलाया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस ने वैन चलाने वाले दिनेश फफाल (21) समेत सभी 6 आरोपियों को पकड़ लिया। अपराध में शामिल पांच अन्य लोग राहुल संजोत (25), विवेक संजोत (22), राहुल बारोट (20), नितिन भानुशाली (23) और गौतम विंजोदा (19) हैं, जो कच्छ जिले के निवासी हैं। अधिकारी के अनुसार, जांच में सामने आया है कि विवेक और भानुशाली दोनों नकदी प्रबंधन कंपनी की कलेक्शन डिवीजन में काम करते थे।
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