डांग. अगर आप किसी खूबसूरत जगह पर घूमने जा रहे हैं तो ट्रिप को यादगार बनाने के लिए तस्वीरें जरूर लेते होंगे। आजकल तो ट्रेड सेल्फी लेने का है, सेल्फी वीडियो बनाने का है, स्टाइल में #Pawri हो रही है बोलने का है, लेकिन आपको बता दें कि देश में एक हिल स्टेशन ऐसा भी है जहां पर सेल्फी लेना बैन है। अगर आपने यहां पर ऐसी गलती कि तो आपको पुलिस स्टेशन जाना पड़ सकता है। दरअसल हम बात कर रहे हैं गुजरात के एकमात्र हिल स्टेशन सापुतारा की, जहां सेल्फी लेने पर रोक लगा दी गई है।
अगर आप सापुतारा जाने का प्लान कर रहे हैं तो इस बात का खास ख्याल रखें कि सेल्फी न लें। अगर आप सेल्फी लेते पकड़े गए या किसी ने आपकी शिकायत पुलिस से कर दी तो आपको पुलिस एक्शन का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि डांग गुजरात राज्य का पहला ऐसा जिला बन गया है, जिसने जिले में किसी भी स्थान पर और विशेष रूप से पर्यटन स्थलों पर सेल्फी लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
बीती 23 जून को जिले के एडिश्नल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट टी के डामोर द्वारा जारी की गई एक सार्वजनिक अधिसूचना के जरिए सेल्फी पर रोक लगाने की जानकारी दी गई। जिला प्रशानसन का यह आदेश स्थानीय लोगों को मानसून के दौरान कपड़े धोने, स्नान करने या दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अन्य काम करने के लिए नदियों या किसी भी जल निकाय में प्रवेश करने से रोकता है। साल 2019 में प्रशासन ने वाघई-सपुतारा हाईवे और झरनों पर सेल्फी लेने पर रोक लगा दी थी।
एडिश्नल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट टी के डामोर ने बताया कि मानसून की शुरुआत के साथ ही डांग में बड़ी संख्या में पर्यटक आने लगे हैं। प्रकृति का आनंद लेते हुए, कई लोग गैर-जिम्मेदाराना तरीके से सेल्फी लेते हैं जिससे दुर्घटनाएं होती हैं जो घातक साबित हो सकती हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिसूचना जारी की गई है।
प्रशासन ने ये महसूस किया है कि सेल्फी लेना केवल पर्यटकों की रुचि के स्थानों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि सड़कों, चट्टानों, झरनों और नदियों जैसी जगहों पर भी होता था। कोविड -19 प्रतिबंध हटाए जाने के बाद, डांग में भारी पर्यटक प्रवाह देखा जा रहा है। डामोर ने कहा कि ऐसे जोखिम भरे व्यवहार को देखते हुए पूरे जिले में इसको लेकर निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है। आपको बता दें कि US National Library of Medicine के अनुसार, 2011 और 2017 के बीच दुनिया में सेल्फी से होने वाली मौतों में से आधी भारत में हुई हैं। शायद इसीलिए विश्व के कई संभावित खतरनाक क्षेत्रों में सेल्फी लेना प्रतिबंधित है।