अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने गुरुवार को नौवीं से 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए 26 जुलाई से स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी। हालांकि, 50 प्रतिशत छात्रों की ही उपस्थिति रखने का निर्देश दिया गया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान यह फैसला किया।
हालांकि, राज्य सरकार ने स्पष्ट किया कि इन कक्षाओं के लिए ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था भी जारी रहेगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे कोरोना वायरस महामारी से संबंधित सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करें, जैसे कि मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना इत्यादि।
पिछले हफ्ते, राज्य सरकार ने कोरोना वायरस मामलों में काफी कमी आने के मद्देनजर 12वीं कक्षा के स्कूलों, कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों को फिर से खोलने की अनुमति दी थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को गुजरात में कोविड-19 के 34 नए मामले सामने आए और किसी मरीज की मौत नहीं हुईं।
25 जुलाई को दुकानदारों के लिए विशेष कोविड-19 टीकाकरण अभियान
गुजरात सरकार के पास कोविड-19 रोधी टीके की 15 लाख से अधिक खुराकें अभी भी उपलब्ध हैं, इसको ध्यान में रखते हुए दुकानदारों और अन्य वाणिज्यिक गतिविधियों से जुड़े लोगों के लिए 25 जुलाई को एक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इस महीने की शुरुआत में राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि होटल, मॉल, दुकानों, सैलून और रेस्तरां के व्यवसाय से जुड़े लोगों को 31 जुलाई तक कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगवाना आवश्यक है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले नितिन पटेल ने कहा, ''राज्य में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 3.01 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। हमारे अनुरोध पर केन्द्र सरकार ने अतिरिक्त खुराकें भेजी थीं, जिसके परिणामस्वरूप हमारे पास टीके की 15.18 लाख खुराकों का स्टॉक उपलब्ध है। हमें प्रति दिन टीके की करीब 2.5 लाख खुराकें मिल रही हैं।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दुकानदारों के अलावा कोचिंग सेंटरों के शिक्षण कर्मचारी, पुस्तकालय कर्मचारी, राज्य बस परिवहन निगम के चालक और संवाहक, सिनेमाघरों में काम करने वाले लोग और खिलाड़ी भी रविवार को टीका लगवा सकेंगे। इस अभियान के तहत कुल 1800 केन्द्रों पर टीके लगाए जाएंगे।