अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई द्वारा निष्कासित किए जाने के एक दिन बाद पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष वशराम सगाथिया बुधवार को कांग्रेस में लौट आए। AAP ने कथित तौर पर पार्टी-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए सगाथिया को निष्कासित कर दिया था। राजकोट के बड़े दलित नेता माने जाने वाले सगाथिया AAP के 50 अन्य कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हो गए। सगाथिया को अहमदाबाद में स्थित स्टेट हेडक्वॉर्टर में कांग्रेस में शामिल किया गया।
‘मैं उस पार्टी में लौट आया हूं जो मेरे घर जैसी है’
सगाथिया ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस में फिर से शामिल होकर वह उस पार्टी में लौट आए हैं, जो उनके ‘घर’ की तरह है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में शामिल होने का उनका फैसला ‘गलत’ था। तीन दशक से कांग्रेस के साथ रहे सगाथिया पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने तब उन्हें अपनी गुजरात इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था और पिछले विधानसभा चुनावों में उन्हें राजकोट ग्रामीण विधानसभा सीट से टिकट भी दिया था।
‘घर वापसी’ के बाद सगाथिया ने दिया बड़ा बयान
सगाथिया अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित राजकोट ग्रामीण विधानसभा सीट पर मुकाबले में बीजेपी उम्मीदवार भानुबेन बाबरिया से उन्नीस साबित हुए और चुनाव हार गए। AAP ने उन्हें मंगलवार को प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष पद और सदस्यता से यह आरोप लगाते हुए बर्खास्त कर दिया कि वह पार्टी-हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। कांग्रेस में अपनी ‘घर वापसी’ के बाद सगाथिया ने कहा कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होना उनकी गलती थी। इस मौके पर गोहिल ने कहा कि सगाथिया जैसे लोगों का पार्टी में हमेशा स्वागत है, अगर वे पार्टी की विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध रहें।