जामनगर (गुजरात): हरिद्वार में कुंभ मेला से गुजरात लौटने वाले लोगों के लिए अपने शहरों एवं गांवों में प्रवेश करने से पहले आरटी-पीसीआर जांच कराना आवश्यक है। यह बात शनिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कही। कुंभ में देश भर के लाखों लोग हिस्सा ले रहे हैं और काफी संख्या में वहां साधु-संत एकत्रित हुए हैं, जिसकी देश में बढ़ते कोविड-19 मामलों को देखते हुए समाज के विभिन्न तबके ने आलोचना की है। कुंभ में काफी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले भी सामने आए हैं।
रूपाणी ने जामनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात के सभी जिले के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कुंभ मेला से लौटने वाले लोगों पर नजर रखें और बिना आरटी-पीसीआर जांच के अपने गृह नगरों में प्रवेश करने से उन्हें रोकने के लिए नाकाबंदी की जाए।’’ उन्होंने कहा कि कुंभ से लौटने वाले हर व्यक्ति को गुजरात में आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जांच के दौरान संक्रमित पाए गए लोगों को पृथक-वास में रखा जाए।’’
रूपाणी ने कहा, ‘‘वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कुंभ मेला में शामिल होने वाले लोगों को बिना जांच के उनके गृह नगर या गांवों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी जिले के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कुंभ से लौटने वाले लोगों की पहचान की जाए।’’ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल कोरोना वायरस की समीक्षा के लिए स्थानीय सांसद, विधायकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जामनगर आए हुए थे। रूपाणी ने कहा कि गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के उपचार के लिए काफी कम समय में अस्पतालों में 25 हजार से 30 हजार बिस्तरों की व्यवस्था की गई।
इनपुट-भाषा