राजकोट: वक्फ बोर्ड के लेटर का गलत इस्तेमाल कर राजकोट के नवाब मस्जिद की दुकानों को खाली कराने के मामले में पुलिस ने एक्शन लेते हुए जहां व्यापारियों को उनकी दुकानें लौटाईं वहीं 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में A डिवीजन पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें नवाब मस्जिद ट्रस्ट के ट्रस्टी फारूक मुसानी भी शामिल हैं। आरोप के मुताबिक वक्फ बोर्ड के गलत लेटर का हवाला देकर दुकानों के ताले तोड़कर सामान बाहर फेंक दिए गए थे। पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद मस्जिद के ट्रस्टी ने पुलिस की मौजूदगी में तीनों दुकान का क़ब्ज़ा वापस दुकानदारों को सौंप दिया था।
ग़लत तरीक़े से दुकान ख़ाली करवाई गईं
राजकोट वक़्फ़ बोर्ड के डायरेक्टर आसिफ सलोत ने यह माना है कि मस्जिद ने वक़्फ़ बोर्ड के लेटर का ग़लत अर्थ निकला है और ग़लत तरीक़े से दुकान ख़ाली करवाई है। नवाब मस्जिद के ट्रस्टी फारूक मुसानी ने जबरदस्ती दुकान खाली करवाई। और जिसके समेत 9 लोगो को पुलिस ने अरेस्ट किया है। फारूक मुसानी समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
वक्फ बोर्ड की भूमिका की जांच
इस मामले में मामले में गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने X पर पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि सभी दुकानें अब खुल गई हैं और सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हर्ष संघवी ने अपने पोस्ट में लिखा है, "हम आपकी सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी व्यक्ति की अवैध गतिविधियों से किसी भी नागरिक को परेशानी न हो।" इस मामले में वक्फ बोर्ड की भूमिका की जांच की जा रही है।
गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी पीड़ितों से मिले
वक्फ बोर्ड के नाम पर नवाब मस्जिद की 3 दुकानें खाली कराने के मामले वाली जगह आज गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी पहुंचे । नवाब मस्जिद के पास 3 हिंदू व्यापारियों का सामान जबरन दुकान के बाद फेंक दिया गया था। पुलिस ने फारूक मुसानी समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंदू और मुस्लिम धर्म के लोगों ने मिलकर दुकानों का सामान लौटाया। अधिकांश हिंदू व्यापारी वर्षों से दानापीठ क्षेत्रों में दुकानों के मालिक ही रहे हैं।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने आज उस 72 वर्षीय व्यापारी वीरेंद्र कोटेचा से मुलाकात की और तीनों हिन्दू व्यापारियों की दुकान में पहुंच कर उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी दुकान उन्हीं के पास रहेगी। जब गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी राजकोट के उस नवाब मस्जिद के सामने पहुंचे तब लोगों ने जय जय श्री राम और वंदे मातरम के नारे तक लगाए। हर्ष सांघवी द्वारा हिंदू व्यापारियों के साथ की गई बैठक में स्थानीय विधायक रमेश तिलाला, उदय कांगड़, डॉ. दर्शिता शाह, राज्यसभा सांसद राम भाई मोकरिया और राजकोट पुलिस कमिश्नर समेत अन्य लोग मौजूद थे।