गुजरात के राजकोट में एक मोबाइल एसेसरीज की दुकान में विस्फोट के बाद आग लग गई थी। अब इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि यह ब्लास्ट टाइमर बम से किया गया था। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि कारोबारी रंजिश की वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया था। 6 दिन पहले दुकान में भेदी आग लगी थी।
दुकान हथियाने की फिराक में था
इस मामले में आरोपी कालाराम के मुताबिक, भावराम नाम का व्यापारी जो खुद भी मोबाइल फोन बेचने का काम करता है उससे उसकी दुकान हथियाने की फिराक में था। इस बात से परेशान होकर उसने अपने साले श्रवण के साथ मिलकर प्लान बनाया, जिससे भावराम ही अपनी दुकान छोड़कर निकल जाए। कालाराम और श्रवण ने यूट्यब से टाइमर डिवाइस के साथ अटैच कर बम बनाने की तरकीब सीखी और बम बना भी दिया।
इसके बाद श्रवण ने होम डिलवरी का काम करने वाली अपनी एक परिचित लड़की डॉली से संपर्क किया और उसे टाइम बम वाले पार्सल को एक रिकॉर्डिंग डिवायस बताकर राइवल भावराम की मोबाइल की दूकान में रखने के लिए दिया था।
CCTV की जांच हुई तो हुआ खुलासा
शुरू में सभी को लगा की आग की घटना महज एक ऐक्सिडेंट है, लेकिन जब CCTV की जांच हुई, तो पता चला कि उस दिन कोई महिला चुपके से कोई पार्सल दुकान में छोड़कर गई, जिससे रात में ब्लास्ट हुआ और दूकान में आग लग गई। सबसे पहले पुलिस ने डॉली नाम की लड़की को ढूंढकर हिरासत में लिया और उसी से पूरी कहानी का पर्दाफाश हुआ।
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि एक लड़की मोबाइल की दुकान में पहुंती है। इस दौरान उसके हाथ में एक पार्सल है, जिसमें ट्वॉय कार रखी है। लड़की वो पार्सल दुकान में छोड़ देती है। दुकानदार को लगा कि लड़की गलती से अपना पार्सल ले जाना भूल गई है। हालांकि, इसके बाद इसी पार्सल से ब्लास्ट हुआ और दुकान में आग लग गई।
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