गुजरात में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है, जिससे कई हिस्से में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। गुजरात के कच्छ में भी बाढ़ का कहर जारी है। भारी बारिश के कारण अवड़ासा स्थित संघाना नदी में बाढ़ आ गई है। इससे दर्दनाक हादसा हो गया। बाढ़ की चपेट में आने से करीब 15 गायें नदी में बह गईं। गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश के कारण हालात बिगड़ गए हैं। सरकार ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने बाढ़ प्रभावित कई जिलों का हवाई निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने 'एक्स' पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सौराष्ट्र के तटीय जिलों में भारी बारिश के कारण पैदा हुए हालातों का जायजा लिया। जामनगर और द्वारका जिलों के गांवों का हवाई निरीक्षण करने के बाद दोनों जिलों के अधिकारियों व पदाधिकारियों के साथ बैठक की और राहत एवं बचाव उपायों की समीक्षा की।
उन्होंने बताया, "भारी बारिश के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को तेजी के साथ काम करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं कि विस्थापित लोगों को सभी बुनियादी सुविधाएं मिलें।" वहीं, पश्चिम कच्छ के पुलिस अधिकारियों ने लूनी गांव में नदी में फंसे पांच लोगों की जान बचाई।
वहीं, तेज बारिश के चलते गुजरात के द्वारका के खंभालिया में एक तीन मंजिला इमारत गिर गई। इसमें एक बुजुर्ग महिला और उनकी दो पोतियों की मौत हो गई। मंगलवार देर रात 6 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF ने 5 लोगों को बचाया। सूरत में 24 घंटे में 228 mm बारिश रिकॉर्ड की गई है। यहां सड़कों पर नदी जैसे तेज बहाव से पानी बह रहा है। इसके अलावा कच्छ जिले के नखत्राणा तालुका में बाढ़ से लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर गया है। खाने-पीने का सामान न मिलने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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