अहमदाबाद. गुजरात की राजधानी गांधीनगर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक नवजात शिशु, जो अभी महज 2 महीने का है, दो बार किडनैप किया जा चुका है। अब इस बच्चे की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुजरात पुलिस ने इसे 24x7 सुरक्षा देने का फैसला किया है। आप सोच रहे होंगे कि किडनैप किया गया बच्चा किसी नेता या सेलिब्रिटी की औलाद होगा, तो आपको बता दें की ऐसा नहीं है। ये बच्चा एक बेहद साधारण परिवार का हिस्सा है, जो गांधीनगर के Adalaj इलाके में रहता है। शायद ये गुजरात में 24x7 पुलिस सुरक्षा पाने वाला सबसे कम उम्र का बच्चा भी होगा।
दरअसल इस बच्चे का पहली बार अपहरण अप्रैल की महीने में इसके जन्म के महज दो दिन बाद हुआ। पुलिस और लोगों की तत्परात से इस बच्चे को किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ा भी लिया गया लेकिन जून महीने की 5 तारीख को दूसरे किडनैपर्स ने इस फिर से अगवा कर लिया। आपको जानकर हैरान होगी कि दोनों ही बार अलग-अलग निसंतान दंपत्ति ने इस बच्चे का अपहरण किया था ताकि वो अपनी फैमिली कंपलीट कर सकें। बच्चे के दो अपहरण के बाद अब पुलिस ने झुग्गी-झोपडिय़ों के पास स्पेशल प्वाइंट बनाकर चौबीसों घंटे एक टीम तैनात करने का फैसला किया है।
कूड़ा उठाते हैं बच्चे के मां-बाप
बच्चे की सुरक्षा को ध्यना में रखते हुए पुलिस के अधिकारी उसके मां-बाप को एक स्थायी घर देने के बार में भी विचार कर रहे हैं। बच्चे के मां-बाप जीवनयापन के लिए कचरा इकट्ठा करते हैं। गांधीनगर में स्थानीय अपराध शाखा के निरीक्षक एचपी झाला ने कहा, "हम लड़के के माता-पिता के लिए कुछ अच्छी नौकरी और घर खोजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे सुरक्षित रह सकें।"एक अधिकारी ने बताया कि हम लड़के और उसके माता-पिता की निगरानी करेंगे चाहे वो घर रहे या काम पर। बच्चे की मां को कुछ पुलिस वालों का संपर्क नंबर दिया गया है ताकि आपात स्थिति में उसके आसपास कोई पुलिसकर्मी न होने की स्थिति में वह मदद के लिए कॉल कर सके। एक अन्य पुलिसकर्मी ने बताया कि ऐसे कई बच्चे हैं जो अपने माता-पिता के साथ फुटपाथ या सड़क किनारे रहते हैं। वे अपहरणकर्ताओं के आसान लक्ष्य हैं। इस मामले से सबक लेते हुए, हम अन्य बच्चों को भी इसी तरह की सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।
अप्रैल में जिग्नेश और अस्मिता भारती नाम के निसंतान दंपति ने बच्चे का अपहरण कर लिया था। इस कपल ने गांधीनगर सिविल अस्पताल से बच्चे को चुराया था। हालांकि गांधीनगर पुलिस ने एक हफ्ते के अंदर बच्चे को बरामद कर लिया था। इसके बाद जून 5 को फिर एक निसंतान दंपति दिनेश और सुधा कटारा ने बच्चे को किडनैप किया। इन दोनों की शादी को सात साल का समय हो गया था और इनके पास कोई औलाद नहीं थी।