अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद जिले में एक खोजी कुत्ते ने एक किसान के चोरी हुए पैसे ढूंढ़कर कमाल कर दिया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस के इस खोजी कुत्ते ने 1.07 करोड़ रुपये की चोरी के मामले को सुलझाने में मदद की, जिसके बाद 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि पेनी नाम के डोबरमैन कुत्ते की मदद से जिला पुलिस ने गुरुवार को आरोपियों को पकड़ लिया और उनसे 12 अक्टूबर को कथित तौर पर चुराई गई पूरी रकम बरामद कर ली। पेनी के इस कारनामे पर सूबे के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने ट्वीट भी किया।
‘लोथल के पास किसान ने बेची थी जमीन’
पुलिस द्वारा जारी की गई आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, पुलिस ने धोलका तालुका के सरगवाला गांव के रहने वाले बुद्ध सोलंकी और उसके साथी विक्रम सोलंकी को गिरफ्तार कर लिया है। कोथ पुलिस थाने के सब-इंस्पेक्टर पी. एन. गोहिल ने बताया कि 52 साल का एक किसान अपने गांव के निकट लोथल पुरातात्विक स्थल के पास एक प्लॉट बेचकर रातोंरात करोड़पति बन गया। जमीन के इस सौदे में किसान को 1.07 करोड़ रुपये मिले। उन्होंने बताया कि किसान 12 अक्टूबर को अपने घर पर ताला लगाकर किसी काम से आणंद जिले के तारापुर गया हुआ था।
‘थैलियों में भरकर कच्चे मकान में रखा था कैश’
अधिकारी ने कहा, ‘किसान इस पैसे से दूसरी जगह जमीन खरीदना चाहता था, इसलिए उसने 10 अक्टूबर को 2 प्लास्टिक की थैलियों में कैश भरकर अपने कच्चे मकान में रख दिया। 12 अक्टूबर की रात को कुछ लोग खिड़की के पास लगी ईंटें हटाकर घर में घुसे और थैलियों को लेकर फरार हो गए।’ गोहिल ने बताया कि स्थानीय पुलिस को घटना के बारे में अगले दिन पता चला और उन्होंने सुराग पाने के लिए 30 संदिग्धों और 14 हिस्ट्रीशीटरों से पूछताछ शुरू की। अधिकारी ने बताया कि चोरों के आने-जाने के रास्ते का पता लगाने के लिए पेनी के साथ एक डॉग स्क्वॉड भी घटनास्थल पर पहुंचा।
‘बुद्ध के घर से कुछ दूर रुक गया था पेनी’
गोहिल ने कहा, ‘गुरुवार को पेनी बुद्ध के घर से कुछ दूर एक जगह पर रुका। वह पहले से ही हमारे संदिग्धों की लिस्ट में था क्योंकि उसे कैश के बारे में पता था। जब आरोपी को बाकी के संदिग्धों के साथ खड़ा किया गया, तो पेनी कुछ देर के लिए उसके पास रुका।’ पुलिस ने बुद्ध के घर पर छापा मारकर 53.9 लाख रुपये बरामद किए और पूछताछ के दौरान उसने चोरी और इसमें विक्रम का भी हाथ होने की बात कबूल कर ली। बाकी के पैसे गांव में विक्रम के घर पर मिले। गोहिल ने कहा कि बुद्ध किसान का करीबी था और 12 अक्टूबर को घर से निकलने से पहले वह आखिरी शख्स था जिससे उसने बात की थी। (भाषा)