Morbi Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी में रविवार शाम केबल पुल गिरने के मामले में अब तक कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 141 लोगों की मौत हो गई। पुलिस महानिरीक्षक(IGP), राजकोट रेंज, अशोक यादव ने बताया कि अब तक अजंता मैन्युफैक्च रिंग कंपनी के दो प्रबंधकों, 2 बुकिंग क्लर्कों, मरम्मत कर्मियों के एक पिता-पुत्र की जोड़ी और तीन सुरक्षा गाडरें को गिरफ्तार किया गया है। प्रबंधकों की पहचान दीपक पारेख, दिनेश दवे के रूप में हुई, और अन्य मनसुख टोपिया, महादेवभाई सोलंकी, प्रकाश परमार और उनके बेटे देवांग, अल्पेश गोहिल, दिलीप गोहिल और मुकेश चौहान हैं।
'रिमांड की मांग करेगी पुलिस'
आईजी(IG) ने कहा कि पुलिस उन्हें अदालत में पेश करेगी और रिमांड की मांग करेगी। रविवार की रात को मोरबी बी-डिवीजन थाने में मरम्मत, रख-रखाव एवं प्रबंधन एजेंसी, उसके प्रबंधकों और अन्य के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की गई थी। हालांकि पुलिस ने शिकायत में कंपनी के नाम का जिक्र नहीं किया था। अजंता मैन्युफैक्च रिंग कंपनी ने 35 साल के लिए केबल ब्रिज के नवीनीकरण, रखरखाव और प्रबंधन के लिए एक पट्टे पर हस्ताक्षर किए हैं।
'मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल दें इस्तीफा'
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया है कि अजंता को ऐसे विशेष पुलों के कंस्ट्रक्शन और नवीनीकरण में बहुत कम अनुभव है, और इसके विपरीत, कंपनी क्वाट्र्ज घड़ियों, और सीएफएल(CFL) और एलईडी(LED) बल्ब निर्माण में है। खेरा ने मांग की है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल(CM Bhupendra Patel) इस दुखद घटना की नैतिक जिम्मेदारी लें और इस्तीफा दें।
एक सदी से भी ज्यादा पुराना था केबल पुल
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और इजराइल के पीएम याइर लापिद ने गुजरात के मोरबी की घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राज्य की कैपिटल गांधीनगर से तकरीबन 300 किलोमीटर दूर मोरबी में मच्छू नदी पर बना हुआ केबल पुल एक सदी से भी ज्यादा समय पुराना है। मरम्मत और नवीनीकरण के बाद इसे आम जनता के लिए पांच दिन पहले ही खोला गया था। बता दें कि पुल रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया।