नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 दिसंबर को गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखेंगे। लगभग 1,195 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुबह 11 बजे आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान से पता चला है कि इस प्रोजेक्ट के लिए 201 एकड़ भूमि आवंटित की गई है।
बयान में कहा, "परियोजना अनुमानित 1,195 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी, और 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। अस्पताल में 750 बेड होंगे, वहीं आयुष ब्लॉक में 30 बेड होगा। इसमें 125 एमबीबीएस का सीट होगा, जबकि 60 सीटें नर्सिग बेड के लिए बनेगा।"
गुजरात के राज्यपाल, गुजरात के मुख्यमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। इसका निर्माण राजकोट शहर के बाहरी इलाके में खंडेरी गांव के निकट 201 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में होगा।
एम्स राजकोट के उप निदेशक श्रमदीप सिन्हा ने बताया कि केंद्रीय उपक्रम एचएससीसी लिमिटेड इस परिसर का निर्माण कर रहा है और इसकी नौ इमारतों की डिजाइन को अस्थायी मंजूरी मिल गई है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने डिजिटल माध्यम के जरिए पहले अकादमिक सत्र का उद्घाटन किया और इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन तथा केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।
राजकोट में एम्स के पहले बैच का सत्र भी 21 दिसंबर से अस्थायी परिसर पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज में शुरू हुआ। पहले बैच में एमबीबीएस के 50 विद्यार्थी हैं। वर्धन ने कहा कि एम्स राजकोट, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के छठे चरण में आता है।
मंत्री ने कहा कि यह 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा जहां चिकित्सा क्षेत्र के कई विशेषज्ञ और सुपर स्पेशलिटी विभाग होंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एम्स राजकोट में एमबीबीएस की 125 और नर्सिंग की 60 सीटें होंगी।