गुजरात के खेड़ा जिले के वडताल में श्री स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से एकता और अखंडता बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने निहित स्वार्थों के लिए समाज को जाति, धर्म, भाषा, और लिंग के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें हराना बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए नागरिकों में एकता और सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
समाज को बांटने की कोशिशों का विरोध
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वडताल में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा, "कुछ लोग समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमें उनके इरादों को समझते हुए एकजुट होना होगा और उन्हें हराना होगा।" उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए समाज में एकता और राष्ट्र की अखंडता की जरूरत है।
स्वामीनारायण सम्प्रदाय से आह्वान
प्रधानमंत्री ने स्वामीनारायण सम्प्रदाय के संतों से अपील की कि वे देश के प्रत्येक नागरिक को 'विकसित भारत' के लक्ष्य से जोड़ने में मदद करें। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे स्वतंत्रता संग्राम में देशवासियों ने आजादी की आकांक्षा के साथ संघर्ष किया, ठीक वैसे ही अब देश को विकसित बनाने की भावना हर भारतीय के दिल में होनी चाहिए।
युवाओं को मजबूत करने की आवश्यकता
प्रधानमंत्री ने कहा, "युवा राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और निभाएंगे। इसके लिए हमें एक सशक्त और शिक्षित युवा पीढ़ी तैयार करनी होगी। कुशल और सक्षम युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे।"
स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामीनारायण मंदिर, वडताल के 200 साल पूरे होने के अवसर पर एक सिक्का भी जारी किया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री स्वामीनारायण हमारे इतिहास के कठिन समय में आए थे और उन्होंने देश को नई ताकत दी थी। प्रधानमंत्री ने वडताल धाम की स्थापना को लेकर भी प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि आज भी वहां की अध्यात्मिक चेतना को महसूस किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "स्वामीनारायण की शिक्षाओं से हमें सशक्त बनाने का मार्ग मिलता है। आज भी हम यहां उनकी ऊर्जा और प्रेरणा को महसूस कर सकते हैं।"
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