जामनगरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए गुजरात में हैं। इस बीच समय निकालकर पीएम मोदी ने जामनगर में जाम साहब श्री शत्रुसल्यसिंहजी के घर जाकर मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने जामनगर पहुंचकर जाम साहब श्री शत्रुसल्यसिंहजी के आवास पर गये और उनसे बातचीत की। उनसे मिलना हमेशा सुखद होता है। उनकी गर्मजोशी और बुद्धिमत्ता अनुकरणीय है।
पहले भी कर चुके हैं मुलाकात
इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2022 में पूर्व क्रिकेटर जाम साहेब शत्रुसल्यसिंहजी से मुलाकात की थी और पुरानी यादें ताजा कर अच्छा समय बिताया था। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में लिखा था कि जामनगर में मुझे जाम साहब श्री शत्रुसल्यसिंहजी से मिलने का अवसर मिला जो एक बुजुर्ग के रूप में हमेशा मेरे प्रति अत्यंत स्नेही रहे हैं।
कौन हैं जाम साहब श्री शत्रुसल्यसिंहजी?
शत्रुसल्यसिंहजी पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर और नवानगर के महाराजा की उपाधि धारण करने वाले अंतिम व्यक्ति हैं। शत्रुसल्यसिंहजी क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद 1972 तक सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख थे। उन्होंने 1958-59 सीज़न में बॉम्बे के खिलाफ सौराष्ट्र के लिए खेलते हुए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया था। उन्होंने सौराष्ट्र के लिए 1959-60 में तीन मैच, 1961-62 में चार और 1962-63 में चार मैच खेले। 1966-67 में शत्रुसल्यसिंहजी प्रथम श्रेणी क्रिकेट के अंतिम सीज़न में रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की कप्तानी की थी। मोइन-उद-दौला गोल्ड कप टूर्नामेंट के फाइनल में उन्होंने भारतीय स्टारलेट्स की कप्तानी की।
जाम साहब का इतिहास
जाम साहिब नवानगर के शासक राजकुमार की उपाधि है जो अब गुजरात में जामनगर है। जाम साहब राजपूतों के जाम जाडेजा कबीले से थे। जाम रावलजी 1540 में नवानगर के पहले जाम साहब थे। उन्होंने कच्छ से प्रवास के बाद हलार क्षेत्र में नवानगर के नए शहर की स्थापना की थी। इसमें 999 गांव शामिल थे।