लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फुल एक्टिव मोड में हैं। देश के तमाम राज्यों में लगातार दौरे कर रहे हैं, करोड़ों की सौगातें दे रहे हैं। आज प्रधानमंत्री एक बार फिर अपने गृह राज्य गुजरात दौरे पर हैं जहां करोड़ों की परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई। इसके साथ-साथ पीएम राजस्थान का दौरा भी करेंगे। वह दोपहर करीब 1 बजे बाद पोखरण में होंगे जहां 'भारत शक्ति' नाम से युद्धाभ्यास का आयोजन होने वाला है जिसमें स्वदेशी हथियारों की क्षमता का परीक्षण किया जाएगा।
जानें पूरा कार्यक्रम-
- अपने गृह राज्य गुजरात दौरे पर पीएम सुबह करीब 9.15 बजे अहमदाबाद पहुंचेंगे।
- जहां 85,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे
- इसके बाद सुबह करीब 10 बजे प्रधानमंत्री साबरमती आश्रम का दौरा करेंगे
- पीएम आश्रम भूमि वंदना कार्यक्रम में शामिल होंगे
- जहां वो कोचरब आश्रम का उद्घाटन करेंगे
- इसके साथ ही गांधी आश्रम स्मारक का मास्टर प्लान भी लॉन्च किया जाएगा
साबरमती आश्रम होगा पुनर्स्थापित
महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी 1917 से 1930 तक साबरमती आश्रम में रहे थे। आश्रम पांच एकड़ के परिसर में है जिसमें ऐतिहासिक महत्व की कुछ अन्य इमारतें भी हैं यानी 1,200 करोड़ रुपये के बजट के साथ आवंटित इस परियोजना का मकसद वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए महात्मा गांधी की शिक्षाओं और दर्शन को पुनर्जीवित करना है।
पोखरण में 'भारत शक्ति' का अभ्यास देखेंगे पीएम
गुजरात दौरे के बाद पीएम राजस्थान के लिए रवाना होंगे जहां दोपहर करीब 1.45 बजे वो पोखरण में वॉरगेम 'भारत शक्ति' में हिस्सा लेंगे। इस युद्धाभ्यास में तीनों सेनाओं के अधिकारी भाग लेंगे। युद्धाभ्यास के जरिए स्वदेशी हथियारों की शक्ति और उनकी ताकत का अंदाजा लगाया जा सकेगा। साथ ही स्वदेशी युद्धाभ्यास कम्युनिकेशन और नेटवर्क क्षमता की भी टेस्टिंग हो सकेगी ताकि युद्ध के दौरान दुश्मन देश उन्हें हैक कर सकता है या नहीं ये भी पताया लगाया जा सके। इस युद्धाभ्यास में तीनों सेनाएं एक साथ मिलकर युद्धाभ्यास करेंगी।
स्वदेशी हथियारों की दिखेगी ताकत
भारतीय सेनाएं करीब 50 मिनट तक युद्धाभ्यास करके मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत निर्मित हथियारों का प्रदर्शन करेंगी। युद्धाभ्यास में तेजस लड़ाकू विमान, के-9 आर्टिलरी गन, स्वदेशी ड्रोन, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर्स और शॉर्ट रेंज की मिसाइलें देखने को मिलने वाली हैं। इस अनोखे युद्धाभ्यास के साक्षी खुद पीएम मोदी होंगे। इस दौरान ना सिर्फ तीनों सेनाओं के तालमेल की झलक देखने को मिलेगी, बल्कि आत्मनिर्भर हथियारों की झलक भी दुनिया देखेगी।
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