भड़काऊ भाषण देने के मामले में मौलाना मुफ़्ती सलमान अजहरी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हालांकि जूनागढ़ जिले की अदालत ने उन्हें एक मामले में जमानत दे दी है लेकिन अभी वह रिहा नहीं हुए हैं। मौलाना इस समय पूर्व कच्छ पुलिस की हिरासत में हैं। जहां वह तीन दिन की रिमांड में हैं।
अरावली पुलिस ने दर्ज किया केस
यहां तीन दिन की रिमांड पूरी होने से पहले अरावली पुलिस ने एक और मामले में मौलाना के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मौलाना के खिलाफ 24 दिसंबर 2023 को भड़काऊ भाषण देने के मामले में केस दर्ज हुआ है। पुलिस का प्लान है कि अगर मौलाना कच्छ जिले की पुलिस हिरासत से छूटते हैं तो उन्हें अरावली पुलिस गिरफ्तार कर लेगी।
मौलाना के ट्रस्ट और फंड्स की हो रही जांच
एकतरफ जहां मौलाना मुस्ती सलमान अजहरी पुलिस की गिरफ्त हैं तो दूसरी तरफ उनके तीनों ट्रस्ट और फंडिंग की भी जांच जारी है। हालांकि इस जांच में क्या कुछ सामने आया है, इसकी तो जानकारी नहीं हुई है, लेकिन इस बार पुलिस मामले को और भी मजबूत बनाने में जुटी हुई है। बता दें कि गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मौलाना को रविवार को मुंबई में गिरफ्तार किया था।
नफरती भाषण देने का है मामला
इसके बाद मंगलवार को मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी को नफरती भाषण देने के मामले में एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। मौलाना को ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया गया था। हालांकि मामले की जांच कर रही जूनागढ़ पुलिस ने अजहरी की 10 दिन के लिए हिरासत में देने का अनुरोध किया था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एसए पठान ने मौलाना को बुधवार शाम 4 बजे तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था।