अहमदाबाद: अगले महीने होने वाले 10वें 'वाइब्रेंट गुजरात' शिखर सम्मेलन के सिलसिले में बुधवार को कुल 1.56 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों वाले 47 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। अधिकारियों ने कहा कि इन निवेश प्रस्तावों के अमल में आने पर 7.59 लाख से अधिक रोजगार अवसर पैदा होने की उम्मीद है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, अगले साल 10-12 जनवरी को होने वाले निवेशक शिखर सम्मेलन के क्रम में अब तक 3.37 लाख करोड़ रुपये के संभावित निवेश वाले कुल 2,747 एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इनसे 10.91 लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।
2023 से 2028 के बीच इन योजनाओं के चालू होने की संभावना
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की उपस्थिति में बुधवार को 47 एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इन योजनाओं के 2023 से 2028 के बीच चालू होने की संभावना है। इन निवेश प्रस्तावों के तहत स्थापित होने वाली परियोजनाएं गुजरात के कच्छ, भरूच, खेड़ा, अहमदाबाद, मेहसाणा, अमरेली, वडोदरा, सूरत, पंचमहल, साबरकांठा, गांधीनगर, डांग, नवसारी और राजकोट सहित विभिन्न जिलों में स्थित होंगी।
1.70 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि स्थापित होने वाले उद्योगों में इंजीनियरिंग, ऑटो उद्योग, खनिज आधारित परियोजनाएं, औद्योगिक पार्क, कपड़ा और परिधान, शिक्षा, स्वास्थ्य और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात-वाइब्रेंट डिस्ट्रिक्ट (वीजीवीडी) पहल के तहत करीब 46,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव वाले 2,600 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से 1.70 लाख लोगों को रोजगार मिलेंगे। (इनपुट- भाषा)
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